डीएसपी हत्या मामले में अब उम्मीद जगी है कि पूर्व मंत्री राज भैया जल्द ही गिरफ्तार किये जा सकते हैं.

सीबीआई ने राजा भैया के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र रचने, दंगा और दंगा करवाने का मामला दर्ज कर लिया है.

इस मामले में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के अलावा तीन अन्य लोगों को भी अभियुक्त बनाया है.

मामला दर्ज कर लेने के बाद अब यह तय हो गया है कि सीबीआई कभी भी राजा भैया से पूछताछ कर सकती है.

मालूम हो कि शनिवार को कुंडा के वलीपुर में एक स्थानीय ग्रामप्रधान की हत्या के बाद कुंडा के डीएसपी जियाउल हक हिंसा प्रभावित इलाके में कार्रवाई के लिए गये थे इसी दौरान उनकी हत्या कर दी गयी थी. इसके बाद उनकी पत्नी परवीन आजाद ने रसद मंत्री राजा भैया को नामजद अभियुक्त बनाया था.

इसके बाद सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी.

इससे पूर्व गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी करके मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो को सौंप दी थी. सीबीआइ ने सक्रियता दिखाते हुए मामले की एफआइआर दर्ज कर राजा भैया को हत्या का आरोपी बना दिया. शहीद डीएसपी की पत्नी परवीन आजाद ने आशा जतायी है कि केंद्रीय जांच एजेंसी किसी राजनीतिक दबाव में नहीं आएगी, उन्हें न्याय की उम्मीद है.

जांच एजेंसी ने वलीपुर गांव के प्रधान नन्हे यादव और उनके भाई सुरेश यादव की हत्या के मामलों को भी हाथ में लिया है. मामलों में संलिप्तता के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार रोहित सिंह और गुड्डू सिंह को अब सीबीआइ को सौंप दिया जाएगा, जिनसे आवश्यकतानुसार एजेंसी पूछताछ करेगी.

राजा भैया का नजदीकी रोहित सिंह प्रधान नन्हे यादव की हत्या का आरोपी है जबकि गुड्डू सिंह पर डीएसपी और सुरेश यादव की हत्या का आरोप है. प्रधान नन्हे यादव की हत्या के मामले में सीबीआइ ने अजय कुमार पाल, कमल कुमार पाल, अजीत सिंह और राजा भैया के नजदीकी राजीव कुमार सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया है.

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