कभी-कभी ऐसे ही किसमत बदल जाती है, ठीक ऐसे ही जैसे लेसी सिंह की बदल गयी, वो भी रातोंरात. फिर लेसी ने तभी तो कहा- नीतीश जी उनके लिए लिए भगवान के समान हैं.

लेसी सिंह: मिला उम्मीदों से ज्यादा
लेसी सिंह: मिला उम्मीदों से ज्यादा

रेणु कुशवाहा ने मंत्रिपद से इस्तीफा क्या दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तुरंत डैमेज कंट्रोल करने का फैसला किया. लेसी को आवास पर बुलवाया और अपने रहस्यमय अंदाज के लिए जाने जाने वाले नीतीश ने लेसी से सिर्फ इतना कहा कि आज पटना में ही रहिएगा. लेसी को साहस नहीं हुआ कि वह पूछें कि पटना में किस लिए रहना है.

लेसी अपने आवास पहुंचीं और मुख्यमंत्री का फोन आया कि मंत्रिपद की शपथ लेनी है आपको.

ऐसे समय में जब बिहार सरकार के कोई दर्जन भर मंत्रियों के पद पिछले छह महीने से खाली है, कई विधायक उम्मीद लगाये बैठें हैं कि उन्हें भी मंत्री बनाया जाता लेकिन उनकी ये इच्छा पूरी नहीं हो पा रही है, लेकिन रेणु के पद छोड़ने के दूसरे ही दिन लेसी को मंत्री का पद मिल जाता है, तभी तो लेसी ने मुख्यमंत्री को भगवान का दर्जा दे दिया.

उद्योग एवं आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु कुशवाहा के सोमवार को अचानक मंत्री पद से इस्तीफा दे देने के बाद मंगलवार को लेसी सिंह को मंत्री बनाया गया है. रेणु कुशवाहा के पति विजय सिंह कुशवाहा सोमवार को नरेंद्र मोदी की पूर्णिया रैली में भाजपा में शामिल हो गए। इसके कुछ ही घंटे बाद रेणु कुशवाहा ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.

लेसी का सफर

कोई महीना भर पहले एक अन्य महिला मंत्री परवीन अमानुल्लाह ने मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. ऐसे में लेसी के लिए मंत्री बनना किसी सपने के साकार होने जैसा रहा.
लेसी सिंह धमदाहा से विधायक हैं, और सीमांचल क्षेत्र में अच्छी पहचान भी है. वे 2000 में समता पार्टी से विधायक बनीं थीं. फिर जदयू से फरवरी, 2005 में चुनाव लड़ा और जीता. लेकिन जब किसी की सरकार नहीं बन सकी तो नवंबर-2005 में फिर चुनाव हुआ और लेसी हार गयीं. लेकिन 2010 में वे फिर से जदयू की टिकट पर विधायक निर्वाचित हुई.

वे राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं.

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