बिहारी पृष्ठभूमि के विख्यात फोटो पत्रकार कृष्ण मुरारी किशन  की पहली पूण्य तिथि पर पटना में उनके चाहने वालों ने याद किया. किशन की फोटोग्राफी दुनिया भर के नामचीन पत्र-पत्रिकाओं में छपती रही और पटना में रहते हुए उन्होंने फोटो पत्रकारिता की दुनिया में अलग पहचान बनायी थी.krishn.murari.kishn

सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार संजय वर्मा ने उन्हें याद करते हुए कहा कि कृष्ण मुरारी किशन जी ने प्रेस फोटोग्राफी में बिहार का नाम देश विदेश रौशन किया. दुर्भाग्यपूर्ण कि इस महान शख्शियत को आज याद करने के लिये चंद मित्र भर हैं कही कोई आयोजन तक नहीं हो रहा  है.

संजय ने कहा कि राज्य सरकार खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से विनम्र अनुरोध करता हु कि कृष्ण मुरारी किशन जी के नाम पर हर वर्ष आयोजन हो और पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करनेवाले को पुरस्कृत, सम्मानित किया जाय ताकि आनेबली पीढियां उनके महान कार्यो योगदानो को याद कर कुछ प्रेरणा ले सके.

कृष्ण मुरारी किशन ने लगातार चार दशक तक बिहार की फोटो पत्रकारिता के द्वारा बिहार के राजनीतिक इतिहास के गवाह की हैसियत से अपनी पहचान बनायी थी. किशन ने सन 74 के आंदोलन के समय से फोटो पत्रकारिता शुरू की और अंतिम सांस तक सक्रिय रहे.

किशन की सबसे बड़ी खूबी उनकी ईमानदारी और पत्रकारिता के प्रति उनका समर्पित होना था. उनके निजी तौर पर हर विचार के वरिष्ठ नेताओं से संबंध थे लेकिन उन्होंने किसी भी नेता से किसी भी तरह की कभी कोई उम्मीद नहीं पाली.  बिहार के अब तक मौजूदा या निर्वतमान मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों, सांसदों और यहां तक कि विधायकों में भी उनका काफी सम्मान था.

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