जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान को संसदीय अध्ययन का स्पेशलाइज्ड सेंटर के रूप में विकसित करना चाहिए। इसकी लाइब्रेरी में संसद के दोनों सदनों और बिहार विधानसभा व विधान परिषद में बिहार पर हुए महत्वपूर्ण बहसों का संकलन संग्रहित करना चाहिए। इससे शोधार्थियों  को फायदा होगा। ये बातें लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार ने कहीं।srikant

 

श्रीमती कुमार शनिवार को संस्थान का भ्रमण करने आयी थीं। इस मौके पर उन्होंने संस्थान के निदेशक श्रीकांत , रजिस्ट्रार सरोज कुमार द्विवेदी, रिसर्च फेलो डॉ. मनोरमा सिंह, अरुण सिंह, अजय कुमार द्विवेदी व लाइब्रेरियन डॉ. सुषमा कुमारी से विचार-विमर्श किया। संस्थान के उत्थान के बारे में कुछ सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि संस्थान परिसर में बाबू जगजीवन राम की फोटो गैलरी स्थापित करने में वे सहयोग करेंगी। उनके पास बाबूजी की 12 हजार तसवीरें हैं, जिसे वह संस्थान को भेंट करेंगी।

 

श्रीमती कुमार ने संस्थान परिसर , पुस्तकालय व नव-निर्मित सभागार का अवलोकन किया।  प्रस्तावित भवन का नक्‍शा देखा व महत्वपूर्ण सुझाव दिये। संस्थान के निदेशक ने कहा कि आपके सुझावों पर अमल किया जायेगा। मौके पर वरिष्ठ पत्रकार परशुराम शर्मा,  हेमंत कुमार , कुमार गौरव, राकेश,  फैयाज एवं अमित आदि उपस्थित थे।

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