सत्य अहिंसा के पावन मन्त्र से सम्पूर्ण विश्व को अनुप्राणित करने वाले जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर श्रवण महावीर की जन्मभूमि क्षत्रिय कुंडग्राम स्थित जन्मकल्याणक मंदिर में पूजन दर्शन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मै अभिभूत हूँ इस पावन भूमि का दर्शन कर|यह एक प्राकृतिक स्थान है |जहाँ देश विदेश से जैन श्रद्धालु अपनी पूजा अर्चना के लिए यहाँ आते रहे हैं |
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मुकेश कुमार सिंह  , पुर्वी बिहार ब्यूरो

महावीर जन्मभूमि में पर्यटन की असीम संभावनाएं  

यह संयोग है कि इस भूमि के दर्शन का प्रथम सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ है |मै यहाँ आकर पुलकित और रोमांचित महसूस कर रहा हूँ.|प्राकृतिक सुषमाओ से ओतप्रोत वन प्रांतर के बीच बसी यह भूमि सचमुच अलौकिक है |

जन्मभूमि के दर्शन के उपरान्त लछुआड़ ग्राम स्थित जैन श्वेताम्बर सोसायटी केमंदिर में भगवान महावीर की 2600 वर्ष पुरानी प्रतिमा का दर्शन कर मुख्यमंत्री भावुक हो गए |उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस अलौकिक और दुर्लभ प्राचीन प्रतिमा का दर्शन हुआ |बाद में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री श्री कुमार ने कहा कि इसे न केवल पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा बल्कि इसे जैन सर्किट से जोड़कर इसका समग्र विकास किया जायेगा |

 

यहाँ आने वाले यात्रियों के लिए जनसुविधाएँ बढ़ाई जाएगी |कुंडघाट से जन्मस्थान तक जाने वाली सड़क का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही इसका निर्माण कार्य पूरा होगा |बिजली समस्या का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ अवाध विद्युत आपूर्ति के लिए उर्जा मंत्रालय से बात हुई है |शीघ्र ही अबाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था होगी |

 

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि कुंडघाट जलाशय योजना के कारण जन्मभूमि मंदिर जाने का पैदल रास्ता जो अवरुद्ध हुआ है उसकी वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी |मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान को कौन चुरा सकता है |उन्होंने लोगो का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करने के लिए ऐसा चमत्कार किया |मै उन्ही की प्रेरणा से यहाँ आया हूँ |और यहाँ जो भी सुविधाओं की कमी है उसे पूरा किया जायेगा |

 

इस भूमि को वृहद् पर्यटन स्थल के रूप में इस प्रकार विकसित और प्रोत्साहित किया जायेगा कि यह विश्व के फलक पर चमक विखेर सके |जब कुंडग्राम महोत्सव के लिए उनसे  पूछा गया तो उन्होंने मुस्कुराते हुए अपनी स्वीकृति दी |इससे पूर्व जैन श्वेताम्बर सोसायटी द्वारा मुख्यमंत्री को भगवान महावीर का प्रतीक चिन्ह और अंग वस्त्रम देकर सम्मानित किया गया.

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