राजनीतिक संकट से गुजर रहे झारखंड में राष्ट्रपति शासन लागू किये जाने के बाद केंद्र ने राज्यपाल की सहायता के लिए दो सलाहकारों की भी नियुक्ति कर दी है.

राष्ट्रपति भवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रणब मुखर्जी के हस्ताक्षर होते ही राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है.इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यपाल डा.सैयद अहमद की सहायता के लिए दो सलाहकारों को नियुक्त किया है.

मधुकर गुप्ता केंद्रीय गृह सचिव रहे हैं

इनमें एक सीआरपीएफ के पूर्व महानिदेशक के.विजय कुमार और दूसरे पूर्व गृह सचिव मधुकर गुप्ता हैं.

नक्सल प्रभावित झारखंड में विजय कुमार की नियुक्ति को महत्वपूर्ण समझा जा रहा है क्योंकि उन्हें नक्सल विरोधी अभियान में विशषज्ञता हासिल है.विजय कुमार को एक और खास उपलब्धि के लिए जाना जाता है.डेढ़ दशक तक भारत सरकार के लिए चुनौति रहे वीरप्पन को जंगलों में घर कर मार गिराने का श्रय विजय कुमार को जाता है.

वह हाल तक सीआरपीएफ के महानिदेशक के पद थे.सेवानिवृत्त होने के बाद के. विजय कुमार को केंद्रीय गृहमंत्रलय में सुरक्षा सलाहकार बनाया गया था.सुरक्षा सलाहकार के रूप में उन्हें नक्सल विरोधी आपरेशन की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी.

विजय कुमार नक्सल विरोधी अभियान के विशेषज्ञ

वहीं मधुकर गुप्ता झारखंड कैडर के रिटायर्ड आईएएस हैं और वह केंद्रीय गृहसचिव की भूमिका निभा चुके हैं. गुप्ता, राज्यपाल को सामान्य प्रशासन पर मश्विरा देने की जिम्मेदारी निभायेंगे जबकि कानून और व्यवस्था संबंधी मुद्दों पर विजय कुमार राज्यपाल सैयद अहमद की सहायता करेंगे.

गौरतलब है कि आठ जनवरी को झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थन वापसी के बाद मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा ने इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद केंद्र सरकार ने वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया है.

By Editor