दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया सूचना और प्रचार निदेशक (डीआईपी) के कामकाज से नाराज हैं और मुख्य सचिव को निदेशक जयदेव सारंगी को हटाने को कहा है।  श्री सिसौदिया ने पांच जून को पत्र लिखकर मुख्य सचिव एम एम कुट्टी से श्री सारंगी को हटाकर किसी और अधिकारी को नियुक्त करने का निर्देश दिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि जिस काम के लिये श्री सांरगी को अधिकृत किया जाता है, उसे करने में वह “असफल” रहे हैं।

 
श्री सांरगी का ताजा मामला वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) पर व्यापारियों के विचार विमर्श से जुड़ा हुआ है। श्री सिसौदिया इस कार्यक्रम को फेसबुक पर लाइव दिखाना चाहते थे। किन्तु श्री सारंगी ने इसकी अनुमति देने से इंकार कर दिया । श्री सारंगी का तर्क था कि ऐसे कार्यक्रम को आयोजित करने के लिये खुली निविदा की जरूरत होती है। श्री सिसौदिया जो डीआईपी के प्रमुख भी हैं, ने पत्र में लिखा है कि अधिकारी को यह नहीं मालूम है कि ऐसे कार्यक्रम की खुली निविदा की जरूरत नहीं होती, बल्कि एक इंटरनेट कनेक्शन और कैमरे की आवश्यकता पड़ती है। पत्र में इससे पहले भी एक विज्ञापन की अनुमति नहीं देने का जिक्र किया गया है। दिल्ली सरकार हाल ही में मजदूरों के लिये लागू की गई न्यूनतम मजदूरी योजना के लिये विज्ञापन अभियान चलाना चाहती थी, किन्तु डीआईपी ने इसकी अनुमति देने से मना कर दिया था।

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