राष्ट्रीय शूटर तारा शाहदेव और रंजीत कोहली प्रकरण को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिशों के बीच रंजीत कोहली ने स्वीकारोक्ति बयान में कई रहस्यों से पर्दा उठा दिया है. पढ़ें रंजीत का बयान.

रंजीत कोहली: फोटो साभार भास्कर
रंजीत कोहली: फोटो साभार भास्कर

रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल ने पुलिस को बताया है कि तारा को निकाह की बात पहले से ही पता थी. इतना ही नहीं रंजीत ने यह भी पुलिस के समक्ष कहा है कि तारा के कहने पर ही निकाह की जानकारी उसके भाई और पिता को नहीं दी गई थी. रंजीत ने कहा कि तारा अपने परिवार से छुप कर उससे निकाह करना चाहती थी.

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झगड़े की जड़

रंजीत से बयान लेने पहुंची पुलिस को उसने बताया है कि शादी से पहले तारा से यह तय हो गया था कि शादी के बाद वह शूटिंग नहीं करेगी। लेकिन शादी के बाद भी तारा शूटिंग को लेकर किसी निशांत नामक युवक से अक्सर बात करती थी. उसके अनुसार तारा के साथ उसके झगड़े की असल जड़ यही थी न कि उसका धर्म परिवर्तन कराने का कोई प्रयास. रंजीत ने कहा है कि तारा उसके साथ जीवन बिताने के लिए पहले से ही धर्म परिवतर्न पर राजी थी.

 

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ध्यान देने की बात है कि तारा शाहदेव ने रांची के हिंदपीड़ी थाने में रंजीत उर्फ रकीबुल के खिलाफ जो एफआईआऱ दर्ज करायी थी उसमें महिला प्रताड़ना का मामला लिखवा गया था लेकिन कुछ साम्प्रदायिक संगठनों के दबाव या बहकावे में आकर तारा ने दो दिनों बाद जो एफआईआर दर्ज करवायी थी उसमें जबरन धर्म बदलवाने का मामला जोड़ा गया था. इसके बाद इस मामले में देश भर में काफी हंगामा हुआ था यहां तक आरएसएस और शिव सेना ने रांची बंद करा वकर काफी उत्पात मचाया था.

रंजीत ने कहा है कि तारा के साथ झगड़े के दूसरे कारण का खुलासा करते हुए रकीबुल ने कहा कि किशोरगंज के पास भूतनाथ मंदिर के समीप तारा के पारिवारिक सदस्यों की विवादित जमीन है. तारा उस जमीन को लेकर रंजीत उर्फ रकीबुल से पैरवी करने को कहती थी। इस मुद्दे पर भी दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था.

पूर्व जज आईडी मिश्रा थे कोहली के सलाहकार

तारा शाहदेव प्रकरण के मुख्य अभियुक्त रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल ने पुलिस के समक्ष दिए अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि तत्कालीन जिला जज आईडी मिश्रा से उसकी पुरानी जान-पहचान है. जबकि झारखंड हाईकोर्ट के विजिलेंस रजिस्ट्रार (अब निलंबित) मुश्ताक अहमद उसके लोकल गार्जियन हैं.
रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि जज वीणा मिश्रा की बेटी के इलाज में उसने मदद की थी. इलाज के दौरान जज वीणा मिश्रा जब भी रांची आईं, उन्हें होटल एकॉर्ड में ठहराने की व्यवस्था रकीबुल ने ही की थी.
ज्ञात हो कि तारा शाहदेव और रंजीत कोहली के मामले में कुछ साम्प्रदायिक संगठनों ने लव जिहाद कह कर दुष्प्रचारित किया था. इसमें मीडिया के एक ग्रूप ने आग में घी का काम किया था.

By Editor

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