खूनखार अपराधियों और माफियाओं से लोहा लेने वाली कर्नाटक की इस महिला आईपीएस ने आखिर इतना जीवट कैसे जुटाया कि वह मुख्यमंत्री के सिद्धा रमैया को ही चौनौति दे रही हैं?

सोनिया नारंग:  फौलादी इरादे
सोनिया नारंग: फौलादी इरादे

सौनिया नारंग 2002 बैच की कर्नाटक की चर्चित आईपीएस अधिकारी हैं जो अपने फौलादी हौसले और काम के लिए जानी जाती हैं. लेकिन इसबार उन्होंने अपनी पूरी ताकत सरकार से दो-दो हाथ करने में झोंक दी है. उनके इस हौसले से जहां राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे में हड़कम्प मच गया है वहीं आम जन में सोनिया के बारे में जानने की गजब की चाहत बढ़ गयी है.

हाल ही तक बंगलोर की डीसीपी और फिलहाल कर्नाटक स्टेट रिजर्व पुलिस की कमांडेंट, सोनिया नारंग का नाम 16 सौ करोड़ रुपये के खदान घोटाले में आया है. विगत मंगलवार को मुख्यमंत्री ने विधानसभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में इस घोटाले से जुड़े अधिकारियों में सोनिया नारंग का भी नाम लिया था. मुख्यमंत्री के सिद्धा रमैया ने सदन को बताया था कि खदन घोटाले में आईपीएस अधिकारी सोनिया नारंग का नाम सामने आया है और सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार कर रही है.

इतना सुनना था कि सोनिया नारंग ने इस आरोप का खुल कर विरोध किया और कहा कि “मेरी अंतरात्मा साफ है आप चाहें तो किसी भी तरह की जांच करा लें मैं इस आरोप का न सिर्फ खंडन करती हूं बल्कि इसका कानूनी तरीके से हर स्तर पर विरोध करूंगी”.

सोनिया: एक मां, एक बेटी के रूप में भी
सोनिया: एक मां, एक बेटी के रूप में भी

आम तौर पर होता यह है कि अगर किसी अधिकारी के ऊपर किसी तरह के आरोप लगते हैं तो वह सदन के सदस्यों से मिलते हैं और इस संबंध में पनपी आशंका को दूर करने की कोशिश करते हैं. लेकिन सोनिया ने अपनी शैली में इस आरोप का जवाब देना जरूरी समझा है. वह सदन के नेता को सफाई देने के बजाये सीधे प्रेस के लिए स्टेटमेंट जारी करती हैं.

वह कहती हैं, “मैं इस तरह के किसी भी आरोप को सिरे से खारिज करती हूं. मैंने उन इलाकों में अपने करियर के दौरान कभी काम ही नहीं किया है जहां पर खनन घोटाले की बात की जा रही है”. उन्होंने कहा “इतना ही नहीं मैंने कभी खनन विभाग में काम भी नहीं किया है तो इस घोटाले में मेरे शामिल होने की बात आई ही क्यों”.

सोनिया कहती हैं मैंने अपने पूरे करियर में कानून को सर्वपरि माना है इसलिए किसी अवैध खनन को बढ़ावा देने या खनन माफिया से सांठ-गांठ का कोई सवाल ही नहीं है.
सोनिया नारंग कहती हैं “मैं मुख्यमंत्री को चैलेंज नहीं कर रही हूं पर मैं दुनिया के सामने अपना पक्ष रख रही हूं”.

सोनिया का सफर

पंजाब युनिवर्सिटी से समाजशासत्र विषय में 1999 में गोल्ड मेडल हासिल करने वाली सोनिया नारंग खुद एक नौकरशाही की बेटी हैं.
देवनगिरि की एसपी रहते हुए 2006 में सोनिया तब चर्चा में आई थीं जब होनाली में कांग्रेस और बीजेपी के दो कद्दावर नेता आपस में भिड़ गये थे. उस समय सोनिया ने भाजपा नेता रेनुकाचार्य को थप्पड़ जड़ दिया था( रेनुका मंत्री भी रहे)

सोनिया एक तरफ फौलादी इरादों की आईपीएस मानी जाती हैं तो दूसरी तरफ उन्हें पुलिस अधिकारियों में उनके व्यवहार और उनकी काबिलियत के लिए सम्मान भी मिलता है.
अब देखना है कि जब उनकी तकरार राज्य सरकार से है तो वह इससे कैसे निपटती हैं.

By Editor

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