मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का गया में दिया गया भाषण न सिर्फ शीर्ष पद की गरिमा को कम करने वाला बल्कि संघीय ढ़ांचा के प्रतिकूल भी है और यह देश के साथ विश्वासघात के समान है । nitshad

 
श्री कुमार ने पटना में पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री भाषण के दौरान न सिर्फ भाषा के स्तर को नीचे ले जाकर शीर्ष पद की गरिमा को कम किया है, बल्कि उनकी पार्टी  को वोट देने पर ही बिहार का विकास होगा कि धमकी देकर संघीय ढ़ांचे के प्रतिकूल बात कही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का संघीय ढ़ांचे के प्रतिकूल टिप्पणी और विचार विश्वासघात के समान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार अब बीमारू राज्य नहीं रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री उसे बीमारू राज्य बताकर उसका अपमान कर रहे है। शिक्षा और स्वास्थ्य का जो सूचकांक है वह बताता है कि बिहारअब बीमारू प्रदेश नहीं रहा । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बतायें कि किन मापदंडों पर मध्य प्रदेश और राजस्थान बीमारू प्रदेश से बाहर निकल गया और बिहार अभी भी बीमारू है ।
 

श्री कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा है कि मध्य प्रदेश पिछले 10-12 वर्षो में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान पिछले सात वर्षो में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया के कार्यकाल में बीमारू प्रदेश से बाहर आया है। यह कह कर प्रधानमंत्री ने जनसंघ के समय के भाजपा के वरिष्ठ नेता भैरो सिंह शेखावत का भी अपमान किया है जिन्होंने अंत्योदय योजना दी थी । मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री एक ओर कहते है कि पिछले 10 वर्ष में मध्यप्रदेश और राजस्थान बीमारू प्रदेश से बाहर निकला है जिस समय केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार थी ।

By Editor