पूर्व मंत्री श्रीभगवान सिंह कुशवाहा ने आज राज्‍य की सरकार और मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए उन्‍हें सिद्धंतविहीन बताया। पटना के फ्रेजर रोड में आयोजित संवाददाता सम्‍मेलन में कहा कि मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि वे सिद्धांत से समझौता नहीं करेंगे, लेकिन उन्‍हें सिद्धांत की बात करने का कोई हक नहीं है। 

नौकरशाही डेस्क

उन्होंने कहा कि अगर वे इतने ही बड़े सिद्धांतवादी हैं, तो पूरी जिंदगी कांग्रेस मुक्‍त भारत के लिए लड़ने वाले जयप्रकाश नारायण का अनुयायी होते हुए कांग्रेस के साथ सरकार में क्‍यों बनाया। खुद को लोहियावादी कहते हैं, मगर उसी कांग्रेस के साथ सरकार बनाने में उन्‍हें कोई गुरेज नहीं हुआ, जिसके खिलाफ लोहिया ने मोर्चा खोला था। उन्‍होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार भगत सिंह को मानते हैं, तो सिद्धांत के आधार पर उन्‍हें वाम दलों के साथ होना चाहिए। मगर ऐसा कुछ नहीं है।

श्री कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार सिर्फ कुर्सी के लिए सिद्धांत से समझौता कर सकते हैं। उनके पास कोई सिद्धांत नहीं है। उनका सिद्धांत समझौतावादी है। वहीं, उन्‍होंने पांच जुलाई 2017 को केंद्रीय राज्‍यमंत्री सह राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के समक्ष पांच से सात हजार कार्यकर्ताओं के साथ रालोसपा के सदस्‍यता लेने का एलान भी किया। उन्‍होंने कहा राज्‍य के बदलते राजनीतिक घटनाक्रम श्री उपेंद्र कुशवाहा जी के नेतृत्‍व में पार्टी और भी तकतवर होकर उभरेगी और एनडीए को मजबूत करने में सशक्‍त भूमिका निभाएगी। इसलिए मुझे विश्‍वास है कि वे राज्‍य की जनता को लालू, नीतीश और कांग्रेस का विकल्‍प देंगे, क्‍योंकि पांच जुलाई को रालोसपा में हजारों की संख्‍या में परिवर्तन कारी शक्ति शामिल हो रही है।

 

By Editor