भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक नंदकिशोर यादव ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के मूल्य वर्दि्धत कर (वैट) बढ़ाये जाने के विरोध में कपड़ा व्यवसायी हड़ताल पर  हैं, लेकिन राज्य सरकार उनकी मांगों को अनसुनी कर रही है ।download

 

श्री यादव ने कहा कि कपड़ा व्यवसायी वैट में वृद्धि को वापस लेने के लिए हर स्तर पर फरियाद कर चुके हैं लेकिन इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, जिसके कारण कपड़ा व्यवसायियों को अपना कारोबार ठप करने का निर्णय  लेना पड़ा है । उन्होंने कहा कि जो हालात महागठबंधन सरकार के दो माह के भीतर हो गये हैं, वह बेहद चिंताजनक  है। भाजपा नेता ने कहा कि व्यापारी वर्ग सूबे के बदतर हालात की वजह से पहले से ही दहशत में हैं। हाल ही में पटना में स्वर्ण व्यवसायी रविकांत की हत्या और व्यापारियों से लगातार हो रही लूट-पाट और रंगदारी मांगे जाने की घटना इसका  उदाहरण है ।

 

उन्होंने कहा कि राज्य में भय का जो वातावरण बना है, व्यवसायी उसकी वजह से प्रदेश से पलायन का मन
बनाने लगे हैं। ऐसे में उन्हें सुरक्षा देने के बजाय उल्टे टैक्स बढ़ोतरी कर व्यापारियों की कमर ही तोड़ी जा रही है।
श्री यादव ने कहा कि व्यापारियों की मांगों पर यदि सरकार ने विचार नहीं किया तो इसका विपरीत प्रभाव बिहार के विकास पर पड़ना तय है। उन्होंने कहा कि टैक्स में वृद्धि से उपभोक्ता भी परेशान होंगे। व्यवसायी वर्ग का विरोध सही है।  कपड़े पर पांच प्रतिशत वैट लगाया गया है । पड़ोसी झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी कपड़ा पर वैट नहीं है। बिहार सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार कर हड़ताल पर गये कपड़ा व्यापारियों के  एसोसिएशन से तत्काल वार्ता करनी चाहिए।

By Editor