नेपाल सद्भावना पार्टी के संसद विमल केडिया ने नौकरशाही डॉट कॉम से खास मुलाकात में उन खबरों को बकवास और झूठी बताया है जिसमें कहा गया था कि केडिया समूह के निदेशक के अपहरण में फिरौती दी गयी. 

विमल केडिया नेपाल के सांसद व सुरेश केडिया के भाई हैं
विमल केडिया नेपाल के सांसद व सुरेश केडिया के भाई हैं

बीरगंज, नेपाल से अभिषेक कुमार पांडेय

सुरेश केडिया अपहरण मामले के हाई प्रोफाइल मामले में फिरौती की कोई रकम की ना तो कोई मांग की गई थी और ना ही पैसे की कोई लेन-देन किया गया. हम नेपाल और भारत के पुलिस के आभारी हैं जो कम समय में ही मेरे भाई को सही सलामत अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराने में कामयाब रही. उपरोक्त बातें सुरेश केडिया के छोटे भाई और नेपाल सद्भावना पार्टी के सांसद विमल केडिया ने नौकरशाही डॉट कॉम से विशेष भेंटवार्ता में कही.

सोमवार को काठमांडू से वीरगंज स्थित अपने घर पहुंचे विमल केडिया ने बताया की वो अपने भाई की रिहाई के लिए नेपाल के अधिकारियों पर दबाब बनाने के साथ ही साथ भारतीय दूतावास के अधिकारियों से मिलकर इस मामले के खुलासे का आग्रह कर रहे थे.
इस अपहरण मामले का मास्टर माइंड बबलू दुबे का नेपाल और भारत में सहयोग करने वाले अपराधियों पहचान पुलिस कर चुकी है लेकिन सुरक्षा कारणों से अभी खुलासा नहीं कर रही है. हालाँकि मामले में लाइनर की भूमिका निभाने वाला जावेद पुलिस की गिरफ्त में है.

कौन है बबलू दुबे 

कभी बिहार के मोष्ट वान्टेड सूची में रहे बबलू दुबे को नेपाल पुलिस ने ही काठमांडू से गिरफ्तार कर बिहार पुलिस को सौंपा था।

बिहार में 36 लोगों की हत्या में नामजद, दर्जनों अपहरण और फिरौती के मामले में फरार अभियुक्त रहे बबलू दूबे काठमांडू के सीतापाईला में रहे एक पॉश कॉलनी में रहकर गिरोह का संचालन किया करता था।

बिहार पुलिस के विशेष अनुरोध पर नेपाल पुलिस ने दुबे को काठमांडू स्थित उसके घर से ही २८ मई २०१३ को रात १० बजे हिरासत में लिया गया था।

पूर्वी चम्पारण जिले के मोतिहारी के पास रहे सिसुवाथान गांव का निवासी ३० वर्षीय दुबे बिहार में पहली बार नितीश सरकार बनने पर नेपाल में आकर छिप गया था।

३६ लोगों की हत्या में शामिल दुबे कम उम्र में ही चम्पारण और आसपास सहित के इलाकों में बडा आपराधिक नाम बन गया था।

नेपाल के उद्योगपतियों और व्यापारियों से फिरौती और कुछ अपहरण के मामले में नेपाल पुलिस को भी उसकी तलाश थी।

२८ मई २०१३ को गिरफ्तार बबलू दुबे की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही बिहार की पुलिस उसे लेने नेपाल पहुंच गई थी। लेकिन चुंकि नेपाल में भी कई मामलो में उसकी तलाश थी जिसकी छानबीन कर नेपाल पुलिस ने उस समय के तत्कालीन आरक्षी अधीक्षक जो फ़िलहाल बेतिया में पदस्थापित को २९ मई को सुपुर्द किया था.

नेलाल के अफसरों ने की प्रेस कांफ्रेंस
नेपाली उद्योगपति और केडिया ऑर्गेनाइजेशन के कार्यकारी निदेशक सुरेश केडिया अपहरणकाण्ड में नेपाल पुलिस ने चार लोगो को गिरफ्तार किया है .वहीं ,पूर्वी चम्पारण में लाईनर का काम करने और स्कार्पियों के चालक मोहम्मद जावेद को कल्याण पुर थाना क्षेत्र के सिसवा पटना के खरार गाव से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.नेपाल के मध्यमानचल क्षेत्र के डीआईजी पशुपति उपाध्याय ने सोमवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि केडिया अपहरण काण्ड में शामिल कोई भी अपराधी बच नही सकेगा .भारत और नेपाल के लिस्टेड अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए निरंतर व आपसी समन्वय से छापामारी चल रही है. इसके लिए हम भारतीय पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चला रहे है.

अपहरण को अंजाम देने में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.इसमें सभी बारा जिला के हैं.उन्होंने बताया कि बारा जिला के कबही जब्दी के चंचल पांडे,बरियारपुर के पुष्कर चौधरी ,तेलकुआ के जियालाल यादव और गढी माई नगरपालिका के वीरेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया है.उन्होंने बताया कि गिफ्तारी के लिए स्पेशल टास्क फ़ोर्स का गठन किया गया है.इस बारे में बारा जिला के एसपी नरेंद्र उप्रेती ने बताया कि इन्हें नेपाली मोबाईल के कॉल डिटेल के आधार पर पकड़ा गया.जांच में लम्बी बात के रिकोर्ड मिले है.जांच चल रही है.इन सभी के विरुद्ध अपहरण और बंधक रखने के मामले में करवाई शुरू कर जेल भेजा जा रहा है.चंचल पांडे बिहार के बक्सर जेल में बंद बबलू दुबे का रिश्तेदार बताया गया है.
खुलासा-पूछ ताछ में आया कि ये करीब एक माह से इस काण्ड को अंजाम देने की तैयारी में शामिल थे.रेकी करना और सुचना संग्रह में इनकी भूमिका रही.बताया गया कि घटना अंजाम देने में 9 लोग जुटे थे.इसमें 4 नेपाली और 5 भारतीय थे.चंचल योजनाकार दल में था.इस घटना को ले भारतीय गैंग के साथ बीरगंज व कलैया में मीटिंग हुई थी.

By Editor