नोटबंदी के भीषण कुप्रभाव के चलते विकास दर में गिरावट होने से दुनिया भर में भारत की आलोचना शुरू हो गयी है. इस बीच चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि विकास दर 6.1 फीसदी तक घटना नोटबंदी का नतीजा है, जो ‘अपने पैर पर कुल्हाड़ी’ मारने जैसा था.गौरतलब है कि 8 नवम्बर को नोटबंदी के फैसले के बाद देश भर में कारोबार पर संकट आ गया और नकदी की भारी किल्लत हो गयी.

ग्लोबल टाइम्स अखबार चीन का सरकारी अखबार है जिसके विचारों को सरकारी विचार माना जाता है.

चीनी मुख्यपत्र के संवाददाता शियाओ शिन ने लिखा है, ‘ऐसा लगता है कि ‘ड्रैगन बनाम हाथी’ की रेस में भारत पिछड़ गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था में अप्रत्याशित गिरावट से चीन एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था  बन गया है। अखबार ने लिखा कि इस अर्थव्यवस्था को देखकर यह कहा जा सकता है कि भारत सरकार को ननोटबंदी जैसे सख्त उपायों से पहले गंभीरता से विचार करना चाहिए।
कांग्रेस निशाना
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि वह सही साबित हुए हैं क्योंकि उन्होंने आगाह किया था कि अगर सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए, अर्थव्यवस्था में और गिरावट आएगी। कांग्रेस नेता ने नोटबंदी की आलोचना की थी और कहा था कि इससे जीडीपी में गिरावट आएगी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘मैंने कहा था कि नोटबंदी से जीडीपी में 1 से 1.5 प्रतिशत का असर पडेेगा जीवीए 1.3 प्रतिशत नीचे आया।’’  चिदंबरम ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था में जुलाई 2016 से नरमी है। नोटबंदी से समस्या और बढ़ गई।’’

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