भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा 26 से 29 नवंबर 2018 तक रूस का दौरा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य रूस के साथ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को सुदृढ़ बनाने के साथ-साथ रक्षा सहयोग के क्षेत्र में नए विकल्‍प तलाशना है।

नौकरशाही डेस्क

नौसेना प्रमुख 26 नवंबर, 2018 को सेंट पीटर्सबर्ग से अपनी आधिकारिक यात्रा का शुभारंभ करेंगे और वह अपने समकक्ष रूसी फेडरेशन नेवी (आरयूएफएन), के कमांडर-इन-चीफ, एडमिरल व्लादिमीर कोरोलेव के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। एडमिरल लांबा ‘सीज ऑफ लेनिनग्रेद’ के पीड़ितों को समर्पित पिस्कारेव मेमोरियल कब्रिस्तान में पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ-साथ नाखिमोव नावल स्कूल और एडमिरल्टी शिपयार्ड का भी दौरा करेंगे। एडमिरल लांबा मॉस्को में चीफ ऑफ जनरल स्टाफ और रूस के पहले उप-रक्षा मंत्री, जनरल वीवी गैरेसीमोव और रूस के सैन्य तकनीकी सहयोग (एफएसएमटीसी) की फेडरल सर्विस के निदेशक, श्री दिमित्री शुगेव के साथ भी वार्तालाप करेंगे। एडमिरल लांबा रूस के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ की सैन्य अकादमी का दौरा करेंगे और “समुद्री सुरक्षा पर भारतीय नौसेना के परिप्रेक्ष्य” पर विचार-विमर्श करेंगे।

भारतीय नौसेना कई मोर्चों पर रूसी नौसेना के साथ सहयोग करती है, जिसमें नौसेना से नौसेना की स्टाफ वार्ता के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में परिचालन, वार्तालाप, प्रशिक्षण, हाइड्रोग्राफी सहयोग और विषय वस्तु विशेषज्ञों का आदान-प्रदान शामिल है। इसके अलावा, भारतीय नौसेना और रूस की नौसेना 2003 से द्विपक्षीय समुद्री अभ्‍यास ‘इंद्र नेवी’ का आयोजन कर रही हैं और 2017 से इंद्र त्रि-सेवा अभ्यास का भी आयोजन कर रही हैं। इंद्र-नेवी अभ्‍यास का अगला संस्करण दिसम्बर 2018 में विशाखापत्तनम में निर्धारित है।

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