गुजराज के भुज जिले की एक स्थानीय अदालत ने गुजरात कैडर के निलंबित आईएएस प्रदीप शर्मा को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। श्री शर्मा को भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है। उन पर भ्रष्‍टाचार के कई अन्‍य मामले भी चल रहे हैं।ias new

 

उल्‍लेखनीय है कि कि प्रदीप शर्मा का नाम गुजरात के हाई प्रोफाइल जासूसी मामले में भी सामने आया था, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। काफी दिन पहले एक महिला के साथ तत्‍कालीन गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी का नाम जुड़ा था। उस महिला के साथ प्रदीप शर्मा का नाम भी जुड़ा था। उस महिला की जासूसी भी की जा रही है। इस विवाद में प्रदीप शर्मा का नाम उभर कर आया था और उन्‍हें निलंबित कर दिया था। इस बीच उन भ्रष्‍टाचार निरोधक ब्‍यूरो ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की है। इसी आलोक में उन्‍हें गिरफ्तार न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

 

उन पर कुज की एक कंपनी को गलत तरीके से लाभ पहुंचाने का आरोप है। उनकी पत्‍नी का उक्‍त कंपनी में शेयर होने का भी मामला उजागर हुआ था। उन्‍होंने उस कंपनी के 29 लाख रुपये की रिश्‍वत ली थी। उन्‍होंने वह राशि पहले अपनी पत्‍नी के एकाउंट में मंगवाया था और बाद में फिर अपने एकाउंट में ट्रांसफर करवा लिया। 1984 बैच के आइएएस प्रदीप शर्मा भ्रष्‍टाचार निरोधक अधिनियम के तहत 2010 में गिरफ्तार किये थे, जिन्‍हें बाद में जमानत मिल गयी थी।

By Editor