मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना रिंग रोड के एलाइनमेंट का हवाई सर्वेक्षण किया। श्री कुमार ने सर्वेक्षण से लौटने के बाद एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में इस संबंध में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान पटना रिंग रोड के नये एलाइनमेंट ‘कन्हौली-नौबतपुर-डुमरी-लखना-कच्चीदरगाह -बिदुपुर-चकसिकंदर से हाजीपुर शहर के उत्तर से सराय राष्ट्रीय उच्च पथ (एनएच)-77 को पार करते हुए राजकीय उच्च पथ (एस0एच)-74 को पार करते हुए एनएच-19-चार लेन-दिघवारा-शेरपुर-कन्हौली तक करने का निर्णय लिया गया। 

पटना रिंग रोड की कुल लंबाई लगभग 160 किलोमीटर होगी। यह रिंग रोड 60 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पूर्व में रिंग रोड चकसिकंदर से एनएच-103 होते हुए हाजीपुर, इसके बाद एनएच-19 होकर सोनपुर जयप्रकाश नारायण सेतु के समानान्तर दीघा होते हुए कन्हौली तक जाना था। बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि हाजीपुर शहर की सघन बसावट एवं शहर में यातायात दबाव को देखते हुए रिंग रोड शहर के बाहर-बाहर उत्तर की दिशा की ओर बनाया जाए ताकि पटना और हाजीपुर ट्वीन शहरों का व्यापक फैलाव हो सके।

समीक्षा बैठक में भारतमाला योजना के तहत प्रस्तावित औरंगाबाद-दरभंगा पथ के एलाइनमेंट पर सहमति प्रदान की गई। यह पथ जीटी (ग्रैंड ट्रंक) रोड मदनपुर से प्रारंभ होते हुए गया शहर के पश्चिम से चाकन्द होकर खिजरसराय-इस्लामपुर-एकंगरसराय- हिलसा- कच्चीदरगाह-बिदुपुर-चकसिकंदर-भभुआ-ताजपुर-समस्तीपुर बाईपास होते हुए दरभंगा ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर में मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने इसमें अधिक से अधिक ग्रीनफिल्ड से होकर नये पथ का निर्माण किये जाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने मंगलवार के हवाई सर्वेक्षण में आरा-छपरा ब्रिज पर ट्रकों की पार्किंग के बिन्दु को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन सारण, छपरा को कड़े निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि पुल पर ट्रकों की पार्किंग न हो तथा यातायात सुगम हो। सर्वेक्षण के दौरान पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रधान सचिव (पथ निर्माण) अमृत लाल मीणा साथ थे।

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