भाजपा व्यवसायी मंच के प्रदेश प्रभारी कृष्णा शाही के कथित हत्यारे आदित्य राय ने पुलिस के समक्ष कुबूला है कि उसने अपनी बहन के साथ अवैध संबंध के कारण शाही की हत्या की. इस कुबूलनामे के बाद भाजपा का आक्रामक तेवर ठंडा पड़ गया है.

गौरतलब है कि कृष्णा शाही की लाश  गोपालगंज जिले के एक गांव के कुएं से मिली थी. इसके बाद शाही के परिवार वालों ने कुचायकोट के जदयू विधायक अमरेंद्र पांडेय व उनके भाई सतीश पांडेय को नामजद अभियुक्त बनाया था. भाजपा ने इसे राजनीतिक शाजिश का नाम देते हुए बिहार में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाया था. लेकिन जिले के एसपी रवि रंजन कुमार ने बाजाब्ता प्रेस कांफ्रेंस करके यह ऐलान किया कि कृष्णा शाही की हत्या अवैध संबंध के कारण हुई. एसपी ने दावा किया कि शाही का अवैध संबंध फुलवरिया थाना के इमलिया मांझा के आदित्य राय की बहन से था. आदित्य राय कृष्णा शाही के साथ साये की तरह रहता था. शाही का आना जाना आदित्य के यहां था.  पुलिस के अनुसार आदित्य ने कुबूल किया है कि जब उसे पता चला कि शाही का अवैध संबंध उसकी बहन से है तो उसने एक श्राद्ध कार्यक्रम के दौरान खाने में कीटनाशक मिला कर शाही को खिला दिया. इसके बाद शाही की बेचैनी बढने लगी और वह दौड़ते भागते कुएं में गिर पड़े. पुलिस ने आदित्य को गिरफ्तार कर लिया है.

गौरतलब है कि भाजपा नेता नितिन नवीन ने हत्या के बाद पत्रकारों से बातचीत की थी और बिहार में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा किया था. लेकिन आदित्य के कुबूलनामे के बाद अब मामले का रुख बदल गया है.

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