छत्तीसगढ़ और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल दिनेश नंदन सहाय का लंबी बीमारी के बाद कल देर रात राजधानी पटना के एक निजी अस्पताल निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे। परिवार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि हृदय रोग और फेफड़े की समस्या से जूझ रहे श्री सहाय को 23 दिसंबर को पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिल का दौरा पड़ने से कल रात उनका निधन हो गया। उनके परिवार में दो पुत्री और एक पुत्र हैं। उनका अंतिम संस्कार कल बांसघाट में किया जाएगा।


मधुबनी जिले के मधेपुर गांव में एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे श्री सहाय ने अंग्रेजी में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल कर भोजपुर जिले के हरप्रसाद दास जैन कॉलेज, आरा में प्रवक्ता के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद वर्ष 1960 में भारतीय पुलिस सेवा के लिए उनका चयन हुआ। वह बिहार के पुलिस महानिदेशक भी रहे।भारतीय पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद श्री सहाय ने समता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इसके बाद वह 01 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश से पृथक होकर बने छत्तीसगढ़ राज्य के पहले राज्यपाल नियुक्त किए गए। उन्होंने वर्ष 2003 में त्रिपुरा के राज्यपाल का पदभार संभाला।

 

इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्री सहाय के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुये कहा कि वह एक कुशल राजनेता, पुलिस अधिकारी एवं कर्मठ समाजसेवी थे। उनके निधन से न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि श्री सहाय का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा। उन्होंने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों, अनुयायियों एवं प्रशंसकों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।

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