मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बेटी के जन्म लेने पर माता-पिता के मन में खुशी और सम्मान का भाव पैदा करने के उद्देश्य से ही राज्य में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की शुरुआत की गई है।

श्री कुमार ने दरभंगा  जिले के हायाघाट प्रखंड के बिशनपुर उत्क्रमित उच्च विद्यालय में शिक्षाविद एवं समाजसेवी उमाकांत चौधरी की प्रतिमा अनावरण करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लड़की रहेगी तभी सृष्टि आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि बेटी के जन्म लेने पर माता-पिता के मन में खुशी एवं सम्मान का भाव पैदा करने के लिए ही मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना शुरू की गई है। इसके तहत लड़की पैदा होने पर उसके माता-पिता के खाते में जन्म के समय दो हजार रुपये, एक साल बाद आधार से जुड़ने पर एक हजार रुपये और दो वर्ष बाद सम्पूर्ण टीकाकरण होने पर पुनः दो हजार रुपये देने की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इंटरमीडिएट उत्तीर्ण प्रत्येक अविवाहित लड़की को 10 हजार रुपये और प्रत्येक स्नातक छात्रा को 25 हजार रुपये दिये जा रहे हैं। इस तरह जन्म से स्नातक पास करने तक एक लड़की पर राज्य सरकार 54 हजार 100 रुपये खर्च करेगी। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि बाल-विवाह और दहेज प्रथा पर पूरी तरह से रोक लगे। उन्होंने कहा कि पहले कुछ सम्पन्न घरानों तक ही दहेज प्रथा सीमित थी लेकिन अब वह गरीब तबकों तक पहुंच गयी है। बाल विवाह के कारण कम उम्र में गर्भधारण करने से महिलाएं मौत की शिकार हो जाती हैं और उनसे जो बच्चे पैदा होते हैं वे मन्दबुद्धि, बौनेपन एवं अन्य कई बीमारियों की चपेट में आ जातें हैं, जिनसे छुटकारा पाना है।

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