पटना हादसे के बाद किये गये स्‍थानांतरण के बाद पटना का प्रशासनिक चेहरा पूरी बदल गया है। नये पदाधिकारियों ने अपना कार्यभार संभाल लिया और कार्यालय में वरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर दायित्‍व और कार्यक्षेत्र पर चर्चा की। पहली बैठक में परिचय पर विशेष बल दिया गया। प्रमंडलीय आयुक्‍त नर्मदेश्‍वर लाल ने अपने कार्यालय में पदभार ग्रहण किया और कहा कि सुचारू और कार्यशील प्रशासन उनकी प्राथमिकता होगी। उन्‍होंने हर स्‍तर पर पारदर्शिता बनाए रखने पर बल दिया। विकास कार्यों में विभिन्‍न जिलों के बीच समन्‍वय की बात भी कही।

 

डीआइजी उपेंद्र प्रसाद सिन्‍हा ने कहा कि कानून व्‍यवस्‍थ उनकी सर्वोच्‍च प्राथ‍मिकता होगी। इसके सा‍थ सबको सुलभ न्‍याय सुनिश्‍चित करना पुलिस का दायित्‍व होगा। उन्‍होंने कहा कि पीडि़तों के पक्ष को लेकर अधिक संवेदनशील होने की जरूरत है। इस बार पर भी जोर दिया कि आयोजन विशेष पर सतर्कता बरतना जरूरी है। जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह ने मनीष कुमार वर्मा से पदभार ग्रहण किया। श्री सिंह ने कहा कि विकास योजनाओं में पारदर्शिता और क्रियान्‍वयन में तेजी प्रशासन की प्राथमिकता होगी। उन्‍होंने कहा कि किसी भी तरह के आयोजनों में शांति व व्‍यवस्‍था बनाए रखने का पुख्‍ता इ्ंतजाम किया जाएगा। नये डीएम ने कहा कि राजधानी जैसे शहर व पटना जैसे बड़े जिले की प्रशासनिक व्‍यवस्‍था को संभालना एक बड़ी चुनौती भरा काम है। इन चुनौतियों से निबटने का पूरा प्रयास करेंगे।

 

एसएसपी जीतेंद्र राणा ने पदभार ग्रहण के बाद कहा कि लापरवाही बर्दाश्‍त नहीं की जाएगी। उन्‍होंने पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कानून व्‍यवस्‍था का जायजा लिया। श्री राणा ने सभी थानाध्‍यक्षों को निर्देश दिया कि असामाजिक गति‍विविधयों पर अंकुश लगाना आपकी जिम्‍मेवारी है और इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।

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