-पूर्वी रक्त विज्ञान समूह (इएमजी) की ओर से द्वितीय वार्षिक वैज्ञानिक महासम्मेलन का आयोजन
– फ्लोसाइटोमेट्री (फैक्स) टेस्ट में केवल एक एमएल खून लेकर कोशिकाओं की संख्या और प्रकार देखा जाता है
पटना

 बस एक टेस्ट से जानें ब्लड कैंसर है या नहीं
बस एक टेस्ट से जानें ब्लड कैंसर है या नहीं

मरीज को किस तरह का ब्लड कैंसर है और उसे इलाज से कितना फायदा हो रहा है, यह जानने के लिए पहले तीन से चार जांचों की जरूरत होती थी. यह रिपोर्ट अब एक ही टेस्ट में हो जायेगी. फ्लोसाइटोमेट्री (फैक्स) टेस्ट में केवल एक एमएल खून लेकर कोशिकाओं की संख्या और प्रकार को देखा जाता है, जिससे ब्लड कैंसर की पूरी जानकारी सामने आ जाती है. यह कहना है कटक से आयीं डॉ आरके जना का. शनिवार को पूर्वी रक्त विज्ञान समूह (इएमजी) की ओर से द्वितीय वार्षिक वैज्ञानिक महासम्मेलन का आयोजन किया गया. दो दिवसीय आयोजन के पहले दिन इस सेमिनार के कार्यकारी सचिव डॉ अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि हर कैंसर का इलाज अलग होता है. कुछ ब्लड कैंसर केवल दवाओं से ही ठीक हो जाते हैं, जबकि कुछ के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट करना होता है. इन सबके बीच फ्लोसाइटोमेट्री टेस्ट ने ब्लड कैंसर के इलाज को और आसान बनाया है. उन्होंने बताया कि वर्कशॉप में देश भर से करीब 30 हिमेटोलॉजी से संबंधित डॉक्टरों ने हिस्सा लिया. वे नये टेस्ट व तकनीक के बारे में अपना ज्ञान साझा कर रहे हैं. वहीं ग्रुप के अध्यक्ष डॉ शर्मिला चंद्रा ने कहा कि अमेरिका व चीन जैसे विकसित देशों के बाद भारत रक्त कैंसर के रोगियोंवाला दुनिया का तीसरा देश बन गया है. भारत में रक्त कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके प्रति लोगों का जागरूक होना जरूरी है.

By Editor