बिहार के वरिष्ठतम फोटोग्राफरों में से एक कृष्ण मुरारी किशन इस दुनिया में नहीं रहे. बिहार के इतिहास को लगभग चालीस वर्षों तक कैमरे में कैद करने वाले किशन की सबसे खास बात यह है कि आप उनकी हजारों फोटो इंटरनेट पर देख तो सकते हैं लेकिन खुद उनकी अपनी तस्वीर खोजना आसान नहीं.

एक दौर में बड़े से बड़े नेता उनके एक क्लिक के लिए उनके आगे पीछे घूमते रहे और बड़े मंत्री बन गये लेकिन किशन मरते दम तक फोटग्राफी ही करते रहे. दुनिया की बड़ी से बड़ी समाचार एजेंसियों को फोटो देने वाले किशन की वरिष्ठता का अंदजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लालू प्रसाद, नीतीश कुमार या रामविलास पासवान जैसे नेता को भी किशन उनका नाम लेकर बात करते और ये तमाम नेता उनकी बातों को कभी बुरा या अपनी शान में कमी का एहसास नहीं करते.

सांवले रंग और मझोले कद वाले किशन के बारे में विरष्ठ पत्रकार फैजान अहमद का कहना है कि किशन अपने आप में एक इंस्टिच्युशन रहे हैं. किशन ने जिस दौर में फोटो पत्रकारिता शुरू की उस जमाने में इस पेशे में आने वालों की संख्या काफी कम थी. वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत किशन के बरे में कहते हैं कि उन्होंने फोटो पत्रकारों की एक पूरी टीम खड़ी की.

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