राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्लाय का दर्जा दिये जाने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रार्थना को ठुकराकर विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय का दर्जा पाने के लिये प्रतियोगिता में आने की बात कहकर प्रदेश के लोगों को एक बार फिर से झांसा दिया है।


पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दो दिन पूर्व पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के दौरान मुख्यमंत्री श्री कुमार ने प्रधानमंत्री से हाथ करबद्ध प्रार्थना की थी कि इस विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाये। इसके बावजूद प्रधानमंत्री ने इस विश्वविद्यालय को लम्बे समय से की जा रही इस मांग को ठुकरा ही नहीं दिया, बल्कि विश्व स्तर का विश्विवद्यालय का दर्जा पाने के लिये प्रतियोगिता में आने की बात कहकर फिर से राज्य के लोगों को ठगने का काम किया है।
राजद उपाध्यक्ष ने कहा कि बिहार की इस पुरानी मांग को प्रधानमंत्री द्वारा ठुकराये जाने से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेताओं और मंत्रियों की औकात का भी पता चल गया। राष्ट्रीय राजमार्ग की पुरानी और निर्माणाधीन योजनओं का शिलान्यास कर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की पुरानी मांग को भी नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा कि इससे मुख्यमंत्री श्री कुमार का बिहार के हित के लिये पाला बदलने और केन्द्र में सत्तारूढ़ राजग के साथ मिलकर प्रदेश का अधिक विकास होने के दावे की भी पोल खुल गयी है। पटना विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा नहीं दिये जान से बिहार के लोग निराश हैं। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय और सागर विश्वविद्यालय को पहले ही केन्द्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दे दिया गया, जबकि पटना विश्वविद्यालय को यह दर्जा दिये जाने की मांग इससे पहले से की जाती रही है।

By Editor