प्रदेश में लगातार सामने आ रहे आपराधिक वारदातों के बीच बिहार पुलिस मुख्‍यालय  ने दावा किया है कि राज्‍य में पिछले साल की तुलना में इस आपराधिक वारदातों में में गिरावट आई है. वहीं, अपराधियों को सजा दिलाने में भी पुलिस काफी सफल रही है. डीजीपी केएस द्विवेदी के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा करने की चर्चा के बीच सोमवार को पुलिस मुख्यालय में एडीजी एसके सिंघल ने ये बातें मीडिया को बताई.

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने कहा कि राज्य में पिछले साल के अगस्त की तुलना में इस साल अगस्त में आपराधिक वारदातों में 22.23% की गिरावट आयी है. हालांकि उन्‍होंने ये भी कहा कि बिहार में कुछ अपराध बढ़ गये हैं. हत्या की घटनाओं में 1.43% की वृद्धि हुई है. चोरी की घटनाएं 3.16% बढ़ गयी हैं. फिरौती के लिए अपहरण की तुलना की जाये तो जुलाई में दो वारदातें हुई थीं, अगस्त में तीन घटनाएं हुई हैं.

उन्‍होंने बताया कि  स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने की दर 6.27% बढ़ी है.  इस साल जनवरी से जुलाई तक 3630 लोगों को सजा दिलायी गयी. 61,280 गवाही करायी गयीं. एमएसएल के 2826 सैंपल जांचे गये.  मालूम हो कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चला विशेष अभियान सफल रहा. पुलिस ने एक लाख 77 हजार 448 गिरफ्तारियां कीं. अगस्त तक गंभीर कांडों में 14 हजार 945 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया. एडीजी मुख्यालय ने बताया कि डेढ़ साल के अंदर भ्रष्टाचार के मामलों में 369 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी. 41 पुलिसकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गयी.

 

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