राजधानी पटना स्थित बिहार संग्रहालय में देश की मुद्राओं की स्वर्णिम यात्रा कौड़ी से क्रेडिट कार्ड तक की छह दिवसीय प्रदर्शनी कल से शुरू होगी। संग्रहालय के सहायक डॉ. विशि उपाध्याय ने बताया कि इस वर्ष 17 जुलाई से 22 जुलाई तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का उद्घाटन राज्य के पूर्व मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह करेंगे।

उन्होंने बताया कि यह प्रदर्शनी भारतीय सिक्कों के इतिहास से वर्तमान मुद्रा के स्वरूप तक को दर्शाएगी। इसे देखने के बाद लोग ये अनुभव लेकर जायेंगे कि किस प्रकार जब मुद्रा की शुरुआत नहीं हुयी थी, तब हम मुद्राविहीन थे और आज एक बार फिर से इतनी आधुनिकता और विकास होने के बाद भी क्रेडिट कार्ड आने से मुद्राविहीन अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहे हैं।और ऑनलाइन भुगतान का इस्तेमाल करने लगे हैं। डॉ. उपाध्याय ने बताया कि ऐसे में इस प्रदर्शनी का महत्व काफी खास है। यह भारतीय मुद्रा की विकास की एक झलक पेश करेगी।

 

उन्होंने बताया कि सिक्कों के अविष्कार से लेकर वर्तमान समय में भुगतान के लिए चलन में आयी क्रेडिट कार्ड तक की यात्रा देखने को मिलेगी।संग्रहालीय सहायक ने बताया कि बिहार संग्रहालय का प्रदर्शनी हॉल तीन खंडों प्राचीन भारतीय मुद्रा, मध्यकालीन भारतीय मुद्रा और आधुनिक भारतीय मुद्रा में विभाजित है। प्राचीन मुद्रा खंड में वस्तु विनिमय, आदिम मुद्रा, आहत सिक्के, ढालित सिक्के, जनजातीय सिक्के, नगर राज्य सिक्के, इंडो ग्रीक सिक्के, कुषाणकालीन सिक्के, गुप्तकालीन सिक्के, उत्तर गुप्तकालीन सिक्के एवं पूर्व मध्यकालीन सिक्कों को देखा जा सकेगा, जिनका कालखंड छठवीं शती ईसा पूर्व से पहली से बारहवीं शती ईसा पूर्व तक है।

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