केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी व आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आईबीपीएस व डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत बिहार की पहली 100 सीटों के बीपीओ का उद्घाटन करते हुए कहा कि  बीपीओ (बिजनेस प्रोसेसिंग आउटसोर्सिंग) सेक्टर में 4600 युवाओं को तत्काल नौकरी मिलेगी. अभी तक पूणे, दिल्ली, बेंगलुरु और मुम्बई जैसे बड़े शहरों में ही बीपीओ काम कर रहे थे. अब पटना ही नहीं राज्य के छोटे-छोटे शहरों में भी इसे ले जाना है. 

नौकरशाही डेस्‍क

उन्होंने पाटलिटपुत्रा के सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी ऑफ पार्क में  कहा कि देश में 48 हजार बीपीओ के सीट चिह्नित किए गए हैं. इसमें यूपी को 8 हजार और बिहार को 4600 सीटें मिली हैं. केंद्र सरकार एक लाख रुपए प्रति सीट अनुदान देती है. इसमें 5 प्रतिशत लोक उद्यमिता, 5 प्रतिशत छात्राओं और दो दिव्यांगों और 10 प्रतिशत टारगेट से अधिक नौकरी देने वाली कंपनी को अनुदान दिया जाएगा. एजेंसी व कंपनियां निविदा के माध्यम से बीपीओ संचालन के लिए दिया जाता है. जल्द ही मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर के दलसिंहसराय में भी बीपीओ खुलेगा.

मंत्री ने कहा कि देश के 125 करोड़ लोगों में 113 करोड़ आधार से जुड़ गए हैं. 108 करोड़ मोबाइल और 50 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन है. आईटी सेक्टर सबसे तेजी से बढ़ता स्टार्ट अप है और देश के 28 करोड़ गरीबों का बैंक खाता आधार से जुड़ गया है. रसोई गैस, राशन, मनरेगा सभी योजनाओं का भुगतान सीधे बैंक एकाउंट से होने से बिचौलियों को पैसा नहीं मिलेगा. यही है डिजिटल इंडिया.

उन्होंने कहा कि देश आईटी हब के रूप में विकसित हो रहा है. अगले पांच वर्षों में भारत आईटी सेक्टर से विश्व के देशों को 600 करोड़ का निर्यात करेगा. डिजिटलाइजेशन और आईटी से लोगों को रोजगार के साथ सुविधाएं बढ़ रही हैं. जनधन खाता के माध्यम से गरीबों को योजनाओं का लाभ देने से 50 हजार करोड़ रुपए बिचौलियों से बचा.

वहीं रविशंकर प्रसाद ने लालू पर तंज कसते हुए नीतीश कुमार से पूछा कि लालू परिवार की संपत्ति और जमीन मामले आप खामोश क्यों हैं? लालू प्रसाद ने चारा घोटाला के बाद भी सबक नहीं सीखा. उन्हें अपने परिवार की अर्जित संपत्ति के बारे में पूरी बात जनता को बतानी चाहिए.

 

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