वरिष्ठ राजनेता और जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने आज कहा कि फिलहाल उनका मकसद है भाजपा को सत्ता से बाहर निकालना. अगर ये सत्ता में बने रहेंगे तो देश के सामने बहुत मुश्किलें आने वाली हैं. हमारा संविधान, देश की आजादी हासिल करने के लिए और लोकतंत्र को सुदृढ़ करने के लिए दी गई कुर्बानियां. सब कुछ खत्म हो जाएगा. 

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने अपने फेसबुक वाल पर एक साक्षात्‍कार को साझा करते हुए लिखा कि ये दिन भर हिंदू-मुसलमानों के बीच बैर कराते हैं. हमारा देश तीन टुकड़ों में पहले ही बंट चुका है. क्या दुनिया में ऐसा कोई देश आपने देखा है, जहां इस तरह का विभाजन हुआ हो ? कभी ये इस्लाम के नाम पर बांटते हैं तो कभी जात-बिरादरी के नाम पर। खुद जाति-बिरादरी की राजनीति करते हैं, लेकिन आरोप दूसरों पर लगाते हैं.

उन्‍होंने लिखा कि हमें समझना होगा कि जाति-बिरादरी हमारे देश का सामाजिक यथार्थ है. जातियां समाजिक संस्थाएं हैं, लेकिन अगर वंचित समाज और पिछड़े तबके को संविधान प्रदत्त आरक्षण देने की बात करो तो ये लोग आरोप लगाते हैं कि आप जातिवाद फैला रहे हैं. जबकि है इसका उल्टा.

यादव ने कहा कि हम लोग अपनी राजनीति के जरिए दो जातियों के बीच समन्वय स्थापित करने का, भाईचारा बढ़ाने का काम करते हैं. जबकि ये लोग उसे तोड़ने का काम करते हैं. ये दो जातियों, दो धर्मों के बीच में मतभेद नहीं बल्कि मनभेद कराने का काम करते हैं.

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