केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षी दलों की चुनौतियों से निपटने के उद्देश्य से 15 उपसमितियों के गठन का फैसला किया है, जो जनता की राय लेंगी और उसके आधार पर लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के संकल्पपत्र तैयार किया जाएगा। यह फैसला भाजपा अध्यक्ष अमित शाह द्वारा गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली संकल्पपत्र समिति की रविवार को भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में लिया गया। 

श्री सिंह ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि पार्टी ने 15 उपसमितियां बनाने का फैसला किया है। ये उपसमितियां जनता से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को जोड़ कर बनायीं जाएंगी। बैठक में श्री शाह के अलावा केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली, निर्मला सीतारमण, थावरचंद गहलोत, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, के जे अल्फोंस और किरन रिजीजू शामिल हुए। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, पार्टी नेता राम माधव, भूपेन्द्र यादव, नारायण राणे, मीनाक्षी लेखी, संजय पासवान, हरि बाबू और राजेन्द्र मोहन सिंह चीमा भी शामिल हुए।

भाजपा अध्यक्ष ने हाल ही में लोकसभा चुनावों के लिए घोषणापत्र समिति सहित विभिन्न समितियों का गठन किया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली को आठ सदस्यीय प्रचार समिति का प्रमुख बनाया गया है, जबकि सड़क परिवहन एवं जलसंसाधन मंत्री नितिन गडकरी को दस सदस्यीय सामाजिक स्वसहायता समूहों से संपर्क समिति का प्रमुख बनाया जाएगा।

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