भेड़िया अकेला जानवर है जो इतनी ताक़त रखता है के किसी जिन की तलाश करके इस फुर्ती से छलांग लगाये और उसे मार डाले।

इलियास मखदूमी

 

शिकारी भेडियो के गिरोह का आपसी सहयोग अत्यंत आश्चर्यजनक होता है। बहुत ही कुशल शिकारी की तरह वे अपना मोर्चा सम्भालते है और परस्पर संकेत देते है। सम्पर्क बनाये रखने का भी उनका अपना तरीका है। वे अपने शिकार से खूब खेलते है।भेडियों की नजर बहुत तेज़ होती है। उनकी सूंघने की ताकत भी गज़ब की होती है।

भेड़िया कभी मुरदार नहीं खाता और ये जंगल के बादशाह का तरीका है और ना भेड़िया किसी और भेडिये की औरत को झांकता है यानी बाक़ी जानवरों से बिलकुल अलग है के अपनी माँ और बहेन को बुरी नज़र से देखता तक नहीं। भेड़िया अपनी बीवी का इतना वफादार होता है के किसी और की बीवी से संबंध नहीं बनाता इसी तरह भेडिये की बीवी भेडिये के साथ वफादारी करती है। भेड़िया अपनी औलाद को पहचानता है क्यूंकि इनके माँ बाप एक ही होते है।जोड़े में से अगर कोई मर जाए तो दूसरा मरने वाली जगह पर कम से कम तीन महीने खड़ा रहकर अफ़सोस करता है।

भेडिये के माँ बाप जब बूढ़े होजाते हैं तो वो उनके लिए शिकार करता है और उनका पूरा ख्याल रखता है।

बहादुरी,वफादारी,ख़ुद्दारी और अपने माँ बाप से अच्छा सुलूक भेडिये की मशहूर सिफात है।

निचे की तस्वीर में सबसे आगे चलने वाले बूढ़े और बीमार भेडिये है इनके पिछे पांच चुने हुवे ताक़तवर भेडिये है जो बीमार और बूढ़े भेडियों का ख़याल रख रहे हैं। उनके पिछे ताक़तवर दुश्मन का मुकाबला करने वाले चाक ओ चौबंद भेडिये है और बिच में आम भेडिये हैं। सबसे पिछे उनका लीडर है जो सबकी निगरानी कर रहा है के कोई अपनी ड्यूटी से ग़ाफिल तो नहीं और हर तरफ से दुश्मन का ख़याल रखता है ये इंसानों के लिए एक सबक़ है के भेडिये भी अपने लिए बेहतरीन लीडर को चुनते हैं।

शेर ताक़तवर होसकता है लेकिन भेड़िया सर्कस में काम नहीं करता

By Editor