मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर के उपदेशों को आत्मसात करने की जरूरत है।  श्री कुमार ने दो दिवसीय पावापुरी महोत्सव का शुभारंभ करने के बाद कहा कि मौजूदा दौर में भगवान महावीर के उपदेश जीयो और जीने दो तथा अहिंसा परमो धर्म को आत्मसात करने की जरूरत है। 

मुख्यमंत्री ने लोगों से सभी धर्मों का सम्मान करने की अपील करते हुये कहा कि बिहार की पावन भूमि पर ही भगवान महावीर और बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।  श्री कुमार ने कहा कि पावापुरी में मेडिकल कॉलेज एवं नर्सिंग कॉलेज वहीं राजगीर में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम तथा विश्व के सबसे बड़े नालन्दा विश्वविद्यालय का निर्माण किया जा रहा है, जिससे न केवल नालन्दावासी बल्कि विश्व के कोने-कोने से विद्यार्थी ज्ञान प्राप्ति के लिए आएंगे तथा ख्याति प्राप्त खिलाड़ी एवं विद्वान लोग यहां से विद्वता प्राप्त कर देश दुनिया को अवगत कराएंगे कि बिहार में एक ऐसा भी जिला नालन्दा है जहां देश दुनिया के लोग ज्ञान प्राप्त करने के लिए आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अगले कुछ दिनों में हरनौत और बख्तियारपुर के बीच एक डेंटल कॉलेज की स्थापना करने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने शराबबंदी तथा दहेज उन्मूलन पर विस्तार से चर्चा करते हुये लोगों को सरकार को सहयोग करने की बात कही। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सात सिद्धांतों पर राज्यवासियों से चलने की अपील की। उन्होंने लोगों से गलत ढंग से कमाई न करने, शराब को पूर्ण रूप बन्द करने, दहेज को जड़ मूल से समाप्त करते हुए बच्चों की पढ़ाई एवं राज्य की समृद्धि के लिए सहयोग का आह्वान किया।

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