महिला खासकर छात्राओं और किशोरियों में आत्‍मविश्‍वास और स्‍वरक्षा का बोध पैदा करने के लिए अपराध अनुसंधान विभाग के पुलिस महानिरीक्षक कमजोर वर्ग के मार्ग दर्शन के कई प्रकार के प्रयोग किये जा रहे हैं। छात्राओं के साथ होने वाले दुर्व्‍यवहार और मानव व्‍यापार पुलिस के समक्ष बड़ी चुनौती है। इससे मुकाबले की कार्यनीति सिर्फ सरकारी पहल से सफल नहीं होगी। इसके लिए समाज को भी संवेदनशील होना होगा और पुलिस तंत्र को भी सतर्क रहने की जरूरत है। इसके लिए पुलिस को संवेदनशीलता का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।ig ws 3

वीरेंद्र यादव

 

इस संबंध में आइजी कमजोर वर्ग अरविंद पांडेय ने बताया कि इसके लिए कई स्‍तरों पर पहल की जा रही है। मानवाधिकार का सम्‍मान, मानव व्‍यापार पर अंकुश और महिलाओं के सशक्‍तीकरण के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है। पिछले दिनों सभी जिलों में पुलिस अधीक्षकों की देखरेख में पुलिस पदाधिकारियों की प्रशिक्षण दिया गया। इसमें पुलिस की कार्यशैली और जनता के साथ व्‍यवहार पर प्रकाश डाला गया। जनप्र‍तिनिधियों की शिकायतों के आलोक में यह बताया गया कि जनता और जनप्रतिनिधियों के सम्‍मान में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्‍होंने बताया कि महिला सशक्तीकरण के लिए 22 व 23 सितंबर को राज्य की सभी महिला थानाध्यक्षों के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया । महिलाओं एवं किशोरियों में परिस्थितिजन्य संवेदनशीलता एवं बौद्धिक सतर्कता उत्पन्न करने के लिए उन्हें अपने-अपने अधिक्षेत्रों में कार्यशालायें आयोजित कराये जाने का दिशा-निर्देश दिए गये । महिलाओं के प्रति घटित अपराधों को रोकने के लिए विचार विमर्श तथा विधिक सुझाव दिये गये। सशक्तिकरण सभा के आयोजन की प्रक्रिया के बारे में सभी महिला थानाध्यक्षों को विस्तृत रूप से जागरूक एवं प्रशिक्षित किया गया ।

 

श्री पांडेय बताया कि 20 सिंतबर को पटना रेल पुलिस अधिकारियों के लिए मानव व्यापार निरोध से सम्बन्धी कार्यशाला का आयोजन पटना जंक्शन स्थित सभागार में किया गया। इसमें यह बात उभर कर आयी कि आज मानव व्यापार विश्व की सबसे बढ़ी समस्या बन गयी है। इसके मुकाबले के लिए समन्वित रणनीति बनानी होगी।कार्यशाला  में पुलिस अधीक्षक कमजोर वर्ग हरप्रीत कौर ने आइटीपीए के प्रावधानों और कानूनों के सम्बन्ध में जानकारी दी।  कार्यशाला में मुख्य  रूप से  मानव व्यापार के विस्तृत आयामों पर प्रकश एवं रेलवे को ट्रांजिट के रूप में चिह्नित किया गया। इस कार्यशाला में  मानव व्यापार की रोकथाम, पुनर्वास की प्रक्रिया के सम्बन्ध में ममता झा (सहायक निदेशक समाज कल्याण) ने जानकारी दी। इस कार्यशाला में  पूर्व अपर पुलिस महानिदेशक राज्यवर्धन शर्मा,  रेल पुलिस अधीक्षक पटना उपेन्द्र कुमार सिन्हा समेत पुलिस व रेलवे वरीय अधिकारी मौजूद थे।

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