रिहाई मचं ने  यूपी के शामली में रियाज नामक युवा को बजरंगदल के आतताइयों द्वारा घंटों लात-घूंसों से पीटने  और मुजफ्फरनगर के दलित युवा को पेशाब पिलाने के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है.

बजरंग दल के आतताइयों ने  रियाज को बेल्ट, लात घूसोॆ से पीटा
बजरंग दल के आतताइयों ने रियाज को बेल्ट, लात घूसोॆ से पीटा

रियाज को बजरंगदल के  दर्जनों आतताइई गोकशी के फर्जी आरोप में घंटों तक लात, घूसे,बेल्ट से पुलिस की मौजूदगी में पीटते रहे. पुलिस तमाशा देखती रही.

रिहाई मंच द्वरा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुजफ्फरनगर में शहर कोतवाली बड़कली में गोविंद नाम के दलित युवक को पीटने, मुंह में पेशाब पिलाने और हाथों में कील ठोकने की घटना सरकार की संरक्षण में सामंती उत्पीड़न है।

मंच ने शामली शहर के पूरे पुलिस अमले को निलंबित करने, बजरंगदल के गुंडों को गिरफ्तार करने और बेगुनाह रियाज को रिहा करने की मांग की है. इस मांग के लिए रिहाई मंच ने रविवार को लखनऊ में धरना-प्रदर्शन करने का फैसला किया है.

संगठन ने मिर्जापुर के निवासी पत्रकार अनुज शुक्ला के घर पर सपा विधायक के लठैतों और पुलिस के सहयोग से दबंगों द्वारा जमीन कब्जा करने और घर पर आगजनी की कोशिश को प्रदेश में पत्रकारों के खिलाफ सपाई गुंडाराज का एक और उदाहरण बताया है।
सीओ निशांत शर्मा का जहरीला बोल

शामली में जिस तरह बेगुनाह मुस्लिम नौजवान रियाज को पूरे दो घंटे तक बजरंगदल के उत्पाती. पुलिस की मौजूदगी में पीटते रहे उससे स्पष्ट हो गया है कि अगस्त-सितंबर 2013 की तरह पश्चिमी यूपी को सपा और भाजपा एक बार फिर सांप्रदायिक हिंसा की आग में झोंकने की चुनावी तैयारी में जुट गई हैं। जिसकी पुष्टि इससे भी हो जाती है कि इस पूरे मामले पर शामली शहर के सीओ निशांत शर्मा ने बजरंगदल के गुंडा तत्वों के खिलाफ यह कहते हुए कार्रवाई करने से इंकार कर दिया है कि बजरंगदल के लोगों ने रियाज को पीटकर अच्छा किया है।

 

पुलिस का बजरंगदल के प्रति नरम रुख इससे भी पता चलता है कि घटना के दो दिन बाद उसने रियाज को पीटने वाले बजरंगदल के नेताओं विवेक पे्रमी, अनुज बंसल, संदीप गर्ग, आशु नामदेव, दीपू गिरी, सचिन गर्ग पर धारा 147, 323, 404 जैसी मामूली धाराएं लगाई हैं जबकि रियाज को बंधक बनाकर पीटे जाने के आपराधिक कृत्य का वीडियो भी वाइरल हो चुका है पर पुलिस ने उसके खिलाफ 342 और 353 ए जैसी ऐसे अपराध के लिए उपयुक्त धाराएं नहीं लगाई और न ही उन्हें गिरफ्तार तक किया गया।

शामली में पुलिस ने जिस तरह से बजरंगदल को सरंक्षण देकर एक मुस्लिम युवक को पीटने और सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने की खुली छूट दी.

 

रिहाई मंच द्वारी जारी विज्ञप्ति में आरोप लगाया गया है कि  रियाज को पीटे जाने का वीडियो वायरल हो चुका है उसमें कहीं पर भी कोई गाय या गाय का बछड़ा नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरा पुलिसिया अमला बजरंगदल में तब्दील हो गया है। जिससे मुसलमानों, दलितों और अमन पसंद जनता में दहशत का माहौल है। मुजफ्फरनगर के शहर कोतवाली के बडि़कली में गोविन्द नाम के युवक को जिस तरह से पीट-पीटकर, हाथों में कील और मुंह में पेशाब करने की घटना सामने आई है वह यह साबित करती है कि सपा अपने गुंडा तत्वों को खुली छूट देकर जाति हिंसा और सांप्रदायिक हिंसा की दहशत का माहौल बना रही है।

By Editor

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