सुशील मोदी ने तेजस्वी से अपना सवाल फिर दोहराते हुए पूछा है कि टाटा स्टील के पटना के पाॅश इलाके में स्थित करोड़ों के जमीन-मकान के मालिक बनने पर उठे सवालों का तेजस्वी यादव चुप्पी तोड़ कर जवाब दें।

उन्होंने एक बयान में पूछा कि  आखिर लालू यादव के करीबी प्रेमचन्द्र गुप्ता और सहारा समूह द्वारा संचालित मुखौटा कम्पनी फेयरग्रो के जरिए राबड़ी देवी के मुख्यमंत्रित्व काल में बिना किसी नौकरी-व्यवसाय के मात्र 24 वर्ष की उम्र में इतनी कीमती जमीन-मकान के वे मालिक कैसे बने?

ऽ तेजस्वी यादव बतायें कि जिस बंद पड़ी कम्पनी के रजिस्टर्ड पता से लेकर सारे शेयर होल्डर फर्जी हैं,न कोई कर्मचारी है, न टर्नओवर, न कभी उसकी वार्षिक आम सभा हुई आखिर क्या काबलियत थी कि तेजस्वी उसके डायरेक्टर बन गए? 


ऽ तेजस्वी यादव खुलासा करें कि सहारा समूह के उपमहाप्रबंधक जे बी राय के पी एस और वर्तमान में सहारा मीडिया में महत्वपूर्ण पद पर काम कर रहे राजेश कुमार से उनके क्या संबंध है? आखिर राजेश कुमार ने टाटा स्टील को 65 लाख रुपये का भुगतान क्यों किया जबकि वे न तो कम्पनी के डायरेक्टर थे और न ही शेयर होल्डर? यह 65 लाख रुपया कहां से आया और किसने दिया? 


ऽ आखिर जमीन-मकान की खरीद के 15 वर्षों के बाद भी 5, राइडिंग रोड़ की सम्पति टिस्को के नाम से ही रजिस्टर-2 में क्यों दर्ज है? क्या जानबूझ कर खुलासा होने के डर से फेयरग्रो कम्पनी के नाम से उक्त सम्पति का दाखिल-खारिज नहीं कराया गया है?


ऽ क्या लालू-राबड़ी राज में टिस्को व सहारा समूह पर किए गए उपकार के बदले मुखौटा कम्पनी के जरिए उक्त सम्पति को लालू परिवार ने नहीं हथिया लिया जिस पर पटना के बड़े-बड़े लोगों की नजर लगी हुई थी? 


अगर तेजस्वी यादव में हिम्मत है तो अपनी चुप्पी तोड़कर इन सारे सवालों का जवाब दें और खुलासा करें कि रातो रात करोड़ों की इस सम्पति के वे मालिक कैसे बने।

By Editor