अगर आपको नहीं पता है तो यह जानना चाहिए कि केंद्र सरकार ने एक नयी योजना की शुरुआत की है जिसका नाम है “जियो पारसी”. तो जानिए यह “जियो पारसी” क्या है?

पारसी बच्चे
पारसी बच्चे

केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के रहमान खान ने भारत में पारसियों की कम होती जनसंख्‍या को थामने के लिए एक योजना ‘जियो पारसी’ की भी शुरूआत की नयी दिल्ली में की है. यह योजना सत प्रतिशत केंद्रीय योजना है.

खान ने पारसियों की प्रजनन दर एक प्रतिशत से कम होने पर चिंता व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि सरकार देश में पारसी आबादी में कमी आने के प्रति बहुत चिंतित है. पारसी समुदाय की मांग पर मंत्रालय ने ‘जियो पारसी’ नामक एक महत्‍वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया है. इस कार्यक्रम के तहत पारसियों की लगातार कम होती जनसंख्या को रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा.

अल्‍पसंख्‍यक मामलों के मंत्री के रहमान खान ने 23 सितम्बर को यहां ‘सीखो और कमाओ’ योजना की भी शुरुआत की. देश के पांच स्‍थानों पर स्थित आईएल एंड एफएस कौशल विकास निगम के जरिए पांच सौ अल्‍पसंख्‍यक प्रशिक्षुओं की पायलट परियोजना शुरू की. यह पांच स्‍थान दिल्‍ली, कोलकाता, शिलांग, बरनाला और बेंगलूरू हैं. इन 55 प्रशिक्षुओं में मुस्‍लमान, सिख और ईसाई वर्ग के हैं.

इनका प्रशिक्षण इस वर्ष जुलाई से शुरू हुआ है और इन्‍हें अग्रिम नियुक्ति पत्र प्रदान कर दिये गये हैं. रहमान खान ने बताया कि इन तीन महत्‍वपूर्ण अल्‍पसंख्‍यक समुदायों के अलावा बौद्धों और पा‍रसियों को भी योजना से जोड़ा जाएगा.

By Editor