अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की धर्म सभा के बाद बिहार में भी राजनीति चरम पर है। आज इस मुद्दे को लेकर बिहार के दो पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा को घेरा। एक ने कहा राम मंदिर भाजपा का चुनावी मुद्दा है, तो दूसरे ने कहा कि भाजपा चाहती है नहीं है कि राम मंदिर बने। वैसे तो राम मंदिर निर्माण का मुद्दा कोर्ट में है, लेकिन चुनावी मौसम में इसकी राजनीति देश भर में खूब हो रही है।

नौकरशाही डेस्क

राम मंदिर मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेत्री राबड़ी देवी ने साफ कहा कि राम मंदिर निर्माण पूरी तरह से भाजपा का चुनावी मुद्दा है। मंदिर का निर्माण सबों की सहमति से होना चाहिए। उन्होंने भाजपा को चैलेंज भी कर दिया और कहा कि अगर भाजपा में हिम्मत है तो राम मंदिर बना कर दिखाएं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और कभी एनडीए में शामिल रही हम पार्टी के मुखिया जीतन राम मांझी ने भी इस मुद्दे पर भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा चाहती ही नहीं है कि राम मंदिर का निर्माण हो। जबकि हम चाहते हैं कि राम मंदिर का निर्माण सबों की सहमति से हो।

गौरतलब है कि राम मंदिर पर कुछ दिन पहले ही बिहार सरकार के मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा था कि अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण को सरकार भी नहीं रोक सकती है. सिर्फ कानूनी प्रक्रिया की वजह से अड़चन है. जनता और साधु-संत मंदिर निर्माण के लिए तत्पर हैं. हालांकि कानूनी प्रक्रिया के कारण अड़चन है, मगर फिर भी जनता आगे और कोर्ट पीछे है.

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