नेपाल के विराटनगर के होटल में ऐश करने के बाद बर्खास्त हुए तीन जजों को खुद उनके ही स्पांसर ने नेपाल पुलिस से छापा मरवा कर पकड़वाया था.

हरिनिवास गुप्ता
हरिनिवास गुप्ता

मालूम हो कि बिहार के विभिन्न जिलों की अदालतों के जज व सब जज हरिनिवास गुप्ता, कोमल राम व जे एन सिंह पिछले साल जनवरी में विराटनगर के होटल में नेपाली युवतियों के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़े गये थे. उसके बाद इन के खिलाफ एक जांच टीम गठित गयी थी. टीम ने मामले को सही पाते हुए उन्हें बर्खास्त करने की सिफारिश की जिसे पटना उच्च न्यायालय ने स्वीकार करते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया.

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दैनिक जागरण की खबर के अनुसार इन जजों को फारबिसगंज के एक व्यापारी ने विराटनगर में मौज मस्ती करने का इंतजाम किया था. और बाद में उसी ने विरानगर पुलिस को इसकी सूचना दी और जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ा था. इतना ही नहीं उक्त व्यापारी ने पकड़े जाने के बाद उन्हें छुड़ाने का भी किरदार निभाया था.

हालांकि इस खबर को दबाने की कोशिश की गयी लेकिन यह मामला लीक कर गया और स्थानीय अखबार में संबंधित खबर छप गयी. विराटनगर पुलिस ने उन तीन न्यायिक अधिकारियों से माफीनाम लिखवाया दस्तखत करवाये और उनकी पांचों उंगलियों के निशान भी लिये थे.

बतया जाता है कि बिहार के नेताओं, सरकारी कर्मियों और अफसरों के लिए विराटनगर ऐशगाह के रूप में प्रचलित हुआ है. जहां ये लोग अपनी भ्रष्ट कमाई के पैसे लुटाते हैं. अकसर मामलों में उनसे भ्रष्ट काम करवाने वाले व्यवसायी या ठीकेदार ही उनके लिए शराब-शबाब का इंतजाम विराटनगर में करते हैं.

By Editor