केंद्र सरकार ने देश में ‘वीआईपी संस्कृति ’ समाप्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित सभी विशिष्ट व्यक्तियों की गाड़ियों से आगामी एक मई से लाल बत्ती हटाने का निर्णय लिया है और नीली बत्ती सिर्फ आपात सेवाओं के वाहनों पर ही लगायी जा सकेगी। 

 

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज नई दिल्‍ली संवाददाताओं को बताया कि यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लिया है और उन्होंने ही मंत्रिमंडल की बैठक में अपने इस फैसले की जानकारी दी। श्री जेटली ने बताया कि इसके लिए 1989 के केन्द्रीय मोटर वाहन नियमों में दो बड़े परिवर्तन और उनसे जुड़े बदलाव किये जायेंगे, जो गाड़ियों पर लाल और नीली बत्ती लगाने से संबंधित हैं। एक मई से देश में किसी भी वाहन पर लाल बत्ती नहीं लगायी जायेगी और नीली बत्ती सिर्फ एंबुलेंस, अग्निशमन वाहनों और पुलिस वाहन जैसी आपात सेवा वाहनों पर ही लगायी जा सकेंगी।

 

उन्‍होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने 16 लाख  से अधिक वोटर वेरिफियएबल पेपर ऑडिट ट्रायल सिस्टम ( वीवीपैट) खरीदने का निर्णय लिया है और सितम्बर 2018 के बाद देश में सभी चुनावों में इन मशीनों का इस्तेमाल किया जायेगा । उन्होंने कहा कि वीवीपैट सार्वजनिक क्षेत्र के दो उपक्रमों भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रानिक्स कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड से खरीदे जायेंगे ।

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