जनता दल राष्ट्रवादी(जेडीआर) ने 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी धमक को और सशक्त बनाते हुए संगठन को पुनर्गठित करना शुरू कर दिया है. इसके तहत  जेडीआर के राष्ट्रीय कंवेनर अशफाक रहमान ने सारिम अली को बिहार प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है.

सारिम अली का स्वागत करते अशफाक रहमान

सारिम अली ने पिछले विधानसभा चुनाव में हिंदुस्तान अवाम मोर्चा से बेलागंज से चुनाव लड़ा था. उसके पहले वह युवा जदयू के उपाध्यक्ष थे.

सारिम अली बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के प्रशासक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं. सारिम अली को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए जेडीआर के मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संयोजश अशफाक रहमान ने कहा कि बिहार की राजनीति में मबूत पकड़ बनाने के प्रयासों के तहत सारिम अली की योग्यता का भरपूर लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि मुसलमानों, पिछड़ों, दलितों और अन्य शोषित समुदायों की राजनीतिक सशक्तीकरण के लिए जेडीआर एक मजबूत शक्ति बन कर उभर रहा है. उन्होंने कहा कि जेडीआर की राजनीति अपनी सियासत, अपनी कयादत पर आधारित है. उन्होंने कहा कि जबतक शोषित समुदायों के अंदर राजनीतिक नेतृत्व का विकास नहीं होगा तब तक सेक्युलरिज्म और समाजवाद के नाम पर राजनीतिक पार्टियां  सत्ता से इन समुदायों को जुड़ने नहीं देंगी.

अशफाक रहमान ने कहा कि अल्पसंख्यक व तमाम शोषित समाज पिछले सत्तर साल से जीत की उम्मीद में हर बार हारते रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम एकजुट हो कर अगर हार के लिए तैयार हो जायें तो वह दिन दूर नहीं जब हम निश्चित तौर पर हर बार जीतेंगे. अशफाक रहमान ने कहा कि जेडीआर ने लोकसभा व विधानसभा चुनाव की तैयारी आज से ही शुरू कर दी है. उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में जेडीआर ने जिस तरह से अपना दखल मजबूत किया है और आम अवाम  जिस तरह हमारी पार्टी से जुड़ रहे हैं, उससे तमाम दलों में खलबली मच रही है. उन्होंने कहा कि अनेक राजनीतिक दलों के नेता जेडीआर से जुड़ना चाह रहे हैं.

इस अवसर पर जेडीआर के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सारिम अली ने कहा कि राज्य में अनेक क्षेत्रीय दल सेक्युलरिज्म के नाम पर छलावा करते हैं जबकि सेक्युलरिज्म के प्रति जेडीआर जैसी प्रतिबद्धता अन्य दलों में नहीं है. उन्होंने कहा कि हम संगठन की मजबूती के लिए हर संभव त्याग करेंगे.

 

 

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