आइए देखें कि वो कौन से तीन लोग हैं जो मोदी के राजनीतिक संसार के सिपहसालार हैं.

आनंदी  बेन पटेल
आनंदी बेन पटेल

आनंदी बेन पटेल

आनंदी बेन पटेल के बारे में बस इतना कहा जाता है कि अगर किसी मोड़ पर मोदी केंद्र की सरकार का नेतृत्व करेंगे तो आनंदी गुजरात की मुख्यमंत्री होंगी. वह मोदी की खासम खास हैं. फिलहाल पथ एंव भवन निर्माण विभाग की मंत्री हैं. आनंदी गुजरात भाजपा की महिला चेहरा भी हैं मोदी के कई अहम राजनीतिक फैसलों की विश्वस्त सलाहकार भी हैं.

के कैलाशनाथन

1979 बैच के आईएएस कैलाशनाथ 31 मई को रिटायर हुए और 1 जून को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने खास उनके लिए एक पदसृजित कर दो साल के लिए उन्हें असाइनमेंट पर लगा दिया. कैलाश नाथन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव हैं. वह प्रशासनिक मामलों पर मोदी का चेहरा हैं. कई अहम फैसले वह खुद ले लेते हैं, मोदी को उन पर इतना विश्वास है. वह राजनीति और प्रशासन के बीच का सेतु समझे जाते हैं. यह कैलाशनाथन ही हैं जिन्होंने वाईब्रैंट गुजरात और इंवेस्टर सम्मिट जैसे फ्लैगशिप कार्यक्रमों के रचियता रहे.केके न सिर्फ पिछले दस सालों से मोदी के विश्वास पात्र रहे हैं बल्कि मोदी के संकटमोचक के रूप में जाने जाते हैं.सियासी रणनीति के स्तर पर भी मोदी उनकी राय को बड़ी संजीदगी से लेते हैं.

के कैलाशनाथन
के कैलाशनाथन

अमित शाह

गुजरात के गृहमंत्री रह चुके अमित शाह, मोदी की राजनीति के खास सिपहसालार हैं. गुजरात दंगों के बाद शोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेर मामले में अभियुक्त होने के बाद अमित का मंत्रिपद तो छिन गया पर उनके राजनीतिक रसूख में कोई अंतर नहीं आया.

अमित शाह
अमित शाह
फिलहाल भाजपा ने मोदी की इस पसंद को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बना दिया है. कहा जा रहा है कि मोदी अटल बिहारी वाजपेयी की लखनऊ वाली सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. इसी के तहत अमित को उत्तर प्रदेश भेजा गया है. गुजरात दंगों में अमित शाह की भूमिका की जांच जारी है. उन पर आरोप लगे थि की गुजरात दंगों के पीछे अमित शाह का नेतृत्व ही जिम्मेदार था.

By Editor