बिहार भाजपा ने आज कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दावों के विपरीत शराबबंदी से राजस्व संग्रह में भारी कमी के कारण राज्य सरकार घोर आर्थिक संकट से गुजर रही है ।  भाजपा विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य सरकार के घोर आर्थिक संकट के कारण ही पिछले साल की तुलना में इस साल शिक्षा के बजट में 120 करोड़ रूपये की कटौती के साथ ही मुख्यमंत्री बालक-बालिका पोशाक एवं साइकिल योजना, किशोरी स्वास्थ्य योजना, प्लस टू स्कूलों की स्थापना एवं उच्च विद्यालयों के सुदृढ़ीकरण समेत कई योजनाओं की राशि में करीब 1200 करोड़ रूपये की कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सात निश्चय से भी शिक्षा गायब है। ddd

 

श्री मोदी ने कहा कि चुनावी वर्ष में पोशाक एवं साइकिल योजना के लिए छात्र-छात्राओं को स्कूलों में उपस्थिति में छूट देने वाली सरकार ने आर्थिक संकट के कारण ही जानबूझ कर इस साल फिर 75 फीसदी उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया है। सरकार को यह बताना चाहिए कि चुनावी वर्ष में छूट और गैरचुनावी वर्ष में 75 प्रतिशत उपस्थिति की अनिवार्यता का क्या औचित्य है। इसी तरह नामांकित सभी छात्र-छात्राओं को योजना का लाभ क्यों नहीं दिया जा रहा है । पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2015-16 की तुलना में इस साल 2016-17 के शिक्षा बजट में कम से कम 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करने के बजाय कटौती कर दी गयी । उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं की सभी योजनाओं की राशि में भारी कमी के बावजूद दिसम्बर बीतने जा रहा है लेकिन अभी तक किसी जिले में राशि नहीं भेजी गई है।

By Editor