बिहार भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि पूर्ण शराबबंदी के कठोर तालिबानी प्रावधानों के बावजूद महागठबंधन की सरकार 30 प्रतिशत शराबबंदी ही लागू कर पायी है ।  भाजपा विधान मंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्रदेश के लोग बिहार सरकार से यह जानना चाह रहे हैं कि जब यहां पूर्ण शराबबंदी लागू है तो शराब की फैक्ट्रियां क्यों चल रही है।modi

 

श्री मोदी ने कहा कि पूर्ण शराबबंदी के बावजूद प्रतिदिन हजारों लीटर शराब पकड़ी जा रही है। शराब माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो गये हैं कि वे पुलिस पर हमला करने तक से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि शराबंदी की जागरूकता के लिये 21 जनवरी को बनाये जाने वाले मानव श्रृंखला से पहले सरकार क्या चल रही शराब फैक्ट्रियों को बंद करने की घोषणा करेगी।   पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि शराबबंदी के तालिबानी कानून में संशोधन के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में जो राय उभर कर आई थी, एक महीना से अधिक समय गुजर जाने के बावजूद उस पर कौन सी कार्रवाई की गयी है। जब राज्य में पूर्ण शराबबंदी है तो यहां की तीन बीयर एवं 12 विदेशी शराब फैक्ट्रियों के अभी तक चलने का क्या औचित्य है।

 
श्री मोदी ने कहा कि इन फैक्ट्रियों को निर्यात एवं बॉटलिंग शुल्क में छूट देकर सस्ती शराब के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। शराब उद्योग की अनुज्ञप्ति के नवीनीकरण और यहां से शराब तैयार कर दूसरे राज्यों में भेजने का अब क्या औचित्य है। उन्होंने कहा कि शराब के कारोबार को अनैतिक बताने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में शराब निर्माण को पूरी तरह से प्रतिबंधित क्यों नहीं कर रहे हैं।

By Editor