राजद के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन द्वारा दिल्‍ली के तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर जदयू ने चुटली ली है. जदयू प्रवक्‍ता नीरज कुमार ने कहा कि शहाबुद्दीन आजादी की लड़ाई में जेल नहीं गए हैं. उन्‍हें कोर्ट ने सजा सुनाई है. हालांकि नीरज कुमार ने ये भी कहा कि सभी लोगों को जेल मैन्युअल को पालन करना चाहिए.

नौकरशाही डेस्‍क

गौरतलब है कि दिल्ली के तिहाड़ जेल में शहाबुद्दीन समेत करीब 80 विचाराधीन कैदियों की बेमियादी भूख हड़ताल पर हैं. इसी पर नीरज ने कहा कि पूर्व सांसद या विधायक होने का मतलब नहीं है. जेल मैन्युअल सभी के लिए है. भारत में लोकतंत्र है और सभी याचिका दाखिल करने का अधिकार हैं.

वहीं, पूर्व मंत्री और राजद नेता आलोक मेहता ने कहा कि वो एक पॉलिटिकल व्यक्ति हैं. तीन बार सांसद और विधायक रह चुके हैं. पॉलिटिकल व्यक्ति को जैसे जेल में रखा जाता है वैसे ही उनको रखना चाहिए. बता दें, शहाबुद्दीन पर करीब 45 आपराधिक मामले दर्ज हैं. दो अलग-अलग घटनाओं में अपने तीन बेटे गंवा चुके चंद्रकेश्वर प्रसाद उर्फ चंदा बाबू और आशा रंजन ने याचिका दायर कर राजद नेता को तिहाड़ जेल में रखने का आग्रह किया था. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिया था.

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