सुकमा में नक्‍सली हमले में शहीद जवानों के घर जाने के मामले में बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने एक आपत्तिजनक बयान देकर नया विवाद खड़ा दिया है, जिसके बाद विपक्ष ने उन पर शहीदों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए इस्‍तीफे की मांग कर दी. मंत्री ने आज कहा कि मंत्रियों के शहीदों के घर जाने की नीति नहीं है. विजेंद्र यादव के इस बयान पर जहां अन्‍य कई मंत्रियों ने नाराजगी जाहिर की, वहीं भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष नित्‍यानंद राय ने इस्‍तीफे की मांग कर दी.

नौकरशाही डेस्‍क

 

राय ने कहा कि यह शहीदों के अपमान का मामला है. मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्री शहीदों का अपमान कर रहे हैं, इसलिए उन्‍हें इस्‍तीफा दे देना चाहिए. वहीं, बांकीपुर विधान सभा क्षेत्र से भाजपा विधायक नितिन नवीन ने कहा कि बिहार अब शहीदों का अपमान बर्दाश्‍त नहीं करेगा. बिहार की जनता शहीदों के अपमान का बदला जरूर लेगी. वहीं, इस पूरे मामले पर डिप्‍टी सीएम तेजस्‍वी यादव ने कहा कि उन्‍हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को नक्सलियों ने CRPF के जवानों पर घात लगाकर हमला कर दिया. इस हमले में बिहार के छह जवान भी शहीद हो गए थे. शहीद हुए जवानों का पार्थिव शरीर मंगलवार देर शाम विशेष विमान से पटना एयरपोर्ट लाया गया. एयरपोर्ट पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद द्रीय मंत्री रामकृपाल यादव नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि बिहार सरकार के किसी भी मंत्री के एयरपोर्ट पर नहीं होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.

ध्‍यान रहे बिहार सरकार की इससे पहले भी शहीदों के मामले में फजीहत हो चुकी है, जब साल 2013 में नीतीश सरकार के मंत्री भीम सिंह ने पुंछ में शहीद हुए जवानों के बारे में काफी शर्मनाक बयान देते हुए कहा था कि लोग सेना और पुलिस में मरने के लिए ही आते हैं.

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