यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वादा निभाते हुए कुंडा डीएसपी हत्याकांड में शहीद हुए पुलिस अधिकारी जियाउल हक की पत्नी को डीएसपी के समकक्ष वेतनमान पर ओएसडी की नौकरी दे दी है.

पति के साथ: रह गयीं केवल यादें शेष

अखिलेश सरकार ने जियाउल हक के भाई सोहराब को सिपाही की नौकरी दे दी है.

इससे पहले शहीद डीएसपी जियाउल हक की पत्नी परवीन आजाद को डीएएसपी बनाने की बात चल रही थी लेकिन तकनीकी रूप से यह काम लोकसेवा आयोग का है इसलिए राज्य सरकार ने परवीन को विशेष अधिकारी (ओएसडी) के पद पर नियुक्त किया गया है.

डीएसपी का पद लोक सेवा आयोग से सृजित होने की वजह से उक्त पद पर सीधे तौर पर तैनाती नही दी जा सकती इसलिए परवीन को ओएसडी बनाया गया है.

ऐसे में डीएसपी के समकक्ष वेतनमान में परवीन को विशेष कार्याधिकारी का दर्जा दिया गया है.

पिछली कई घटनाओं के उदाहरण को अगर देखा जाये तो उनमें भी मारे गए पुलिस अधिकारियों की पत्नियों को ओएसडी का पद ही दिया गया है

By Editor