राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने नीतीश सरकार के कार्यकाल में लगातार घोटाला होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सृजन घोटाले के बाद अब शौचालय घोटाला का उजागर हुआ है, जिसकी निष्पक्ष जांच करायी जानी चाहिए । 


श्री यादव ने आज पटना में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भागलुपर में जहां एक ओर सृजन घाटाले की जांच काफी धीमी गति से चल रही है, वहीं पटना में शौचालय घोटाला प्रकाश में आया है ।उन्होंने कहा कि शुरूआती तौर पर इस घोटाले में 15 करोड़ रूपये की हेरा फेरी की बात सामने आयी है, लेकिन इस तरह का घोटाला अन्य जिलों में भी होने की आशंका है और यह लगभग एक अरब रूपये का घोटाला हो सकता है ।
राजद अध्यक्ष ने शौचालय घोटाले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि वह इसकी मांग अभी नहीं कर रहे हैं। नीतीश सरकार को चाहिए कि वह इसकी निष्पक्ष जांच कराये । यदि निष्पक्ष जांच नहीं हुयी तो सीबीआई से जांच की मांग होगी ।

 

श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की प्रशंसा कर रहे हैं । श्री कुमार यदि मानते हैं कि जीएसटी से राज्य सरकार की आय बढ़ेगी तो पटना उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार नियोजित शिक्षकों को स्थायी शिक्षक के अनुरूप वेतन मान दें । मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि उच्च न्यायालय के आदेश को उच्चतम न्यायालय में क्यों चुनौती दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजद नियोजित शिक्षकों को स्थायी शिक्षक के अनुरूप वेतन मान देने का समर्थन करता है। राजद अध्यक्ष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जनता दल यूनाइटेड(जदयू) ने विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की एक लड़की के साथ पुरानी तस्वीर को मीडिया में जारी कर राजनीतिक के स्तर को गिरा दिया है । उन्होंने कहा कि कई नेता महिला मंत्रियों और लड़कियों के साथ विभिन्न अवसरों पर फोटो खिंचवाते है और इसमें कोई गलती नहीं है ।

By Editor