बिहार के बेगूसराय में सफेदपोशों ने गरीबों के मुंह से निवाले कैसे छीनते रहे हैं और कैसे ये खुले बाजार में पहुंचते रहे?लेकिन प्रशासन ने इस मकड़जाल को भेद दिया है.

डीएम सीमा त्रिपाठी एसपी के साथ
डीएम सीमा त्रिपाठी एसपी के साथ

महफूज रशीद, बेगूसराय से

बेगूसराय मे एक एैसा ही मामला प्रकाश मे आया है, जिसमे सरकारी अनाज गरीबों की बजाय माफिआओं के गोदामों तक कालाबाजारी के लिए मजे से पहॅंच जा रहे हैं ।

फुलबडिया थाना क्षेत्र के एक नीजी गोदाम मे जिला प्रशासन की एक ऐसी ही कार्रवाई मे पुलिस ने सैंकड़ों बोरे अनाज को जप्त किया है जिसे नकली ब्रांड के बोरे मे भर कर बाजार मे बेचा जा रहा था । बर्षों से संचालित यह कारोबार एक कबाडी गोदाम की आड़ मे संचालित था और इसके मालिक बिहार जदयू के किसान प्रकोष्ठ के महासचिव और मुखिया संघ के राज्य उपाघ्यक्ष के परिवार द्वारा संचालित बताया जा रहा है पर इस सबंध में पुलिस कुछ भी कहने से इंकार कर रही है।

सरकार की लाख कोशिशों के बाबजूद गरीबों के निवाले कलाबाजारियो के गोदामों मे कैद हो रहे हैं ,पर सरकार को इसकी भनक तक नही है। सरकारी बोरे के अनाज को नकली कंपनी के बोरे मे बदल कर यह अनाज बिहार के विभिन्न शहरों मे मंहगे दामों मे बेचा जाता रहा है। बेगूसराय के फुलबड़िया थाना इलाके मे ऐसा ही यह कारोबार बर्षों से फल फूल रहा था।
इसकी भनक लगते ही प्रशासन हरकत मे आई तो चौंकाने वाला सच सामने आया है। पुलिस ने इस गोदाम से 380 क्बिंटल चावल और 48 क्विंटल गेहूं जप्त किया है। साथ ही बिक्री के लिए लदे अनाज सहित एक ट्रक को भी जब्त किया गया है।

सरकारी अनाज को ‘डबल टायगर’ नामक बोरे मे भर कर पूरे बिहार मे सप्लाई की जाती थी जिसकी जांच में पुलिस जुट गई है। इस दौरान पुलिस ने एसएफसीआई के सैकडों खाली बोरे और ‘डबल टायगर’ नामक खाली बोरे भी जब्त किये गये हैं।

इस छापेमारी मे खाली बोरों के अलावा एक सिलाई मशीन भी बारामद की गयी है। इस सबंध मे पुलिस ने 10 लोगों को गिरफतार किया है। जिले के डीएम के मुताबिक इस सबंध मे पवन सिंह और राजीव सिंह नामक दो लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।

जानकारी के मुताबिक पवन सिंह जदयॅू किसान प्रकोष्ठ के राज्य महासचिव है। हालांकि प्रशासन, पवन सिंह के राजनीतिक रिश्तों के सबंध मे कुछ भी कहने से इनकार कर रही है।
डी एम सीमा त्रिपाठी ने बताया की अबतक की जांच में जो बात सामने आयी है इस के अनुसार गिरोह के सरगना राजीव सिंह और पवन सिंह जो पहले एफसीआई का ट्रांसपोटर रहे हैं, इस पर सुपौल,खगरिया समेत कई जिलों में करोड़ों रूपया के गबन का मामला दर्ज है। वहीँ एसपी मनोज कुमार ने बताया की इस मामले में चाहे कोई कितना ही बड़ा पहुँच वाला क्यों न हो, बख्शा नहीं जायेगा।

By Editor