सर्कुलर रोड से चलती है बिहार की सत्‍ता

पटना के बेली रोड से चिडि़यां घर के दो नंबर गेट को जोड़ने वाली सड़क है सर्कुलर रोड। इसका नाम हो गया है कौटिल्‍य मार्ग। यह पटना की सबसे वीआईपी सड़क है, क्‍योंकि यहीं के रहवासियों से चलती है बिहार की सत्‍ता। कार्यपालिका की भी और विधायिका की भी। इस रोड पर दो महापुरुषों की प्रतिमाएं भी लगी हुई हैं। एक हैं बीपी मंडल और दूसरे हैं जगजीवन राम। इसी रोड तीन पूर्वमुख्‍यमंत्री रहते हैं और विधान परिषद के पूर्व सभापति का आवास भी इसी रोड पर हैं।cercular road

बिहार ब्‍यूरो

सकुर्लर रोड पर ही विधान परषिद के सभापति अवधेश नारायण सिंह रहते हैं। सभापति के लिए 2 नंबर आवास आवंटित है। इसी रोड पर विधानसभा के अध्‍यक्ष उदय नारायण चौधरी भी रहते हैं। लेकिन उस  मकान का क्रमांक देशरत्‍न मार्ग के अनुसार हुआ है। इस आवास का दरवाजा दोनों मार्गों पर बना हुआ है, लेकिन आवाजाही सर्कुलर रोड की ओर से लगा रहता है। पूर्व मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार भी अब इस मार्ग पर आ गए हैं। उनके लिए सात नंबर आवास आंवटित किया गया था। लेकिन काफी दिनों तक वह स्‍ट्रैंट रोड के दो नंबर मकान में रहने के बाद अब सर्कुलर रोड के सात नंबर मकान में आ गए हैं। जबकि इसी रोड के दस नंबर आवास में राजद नेता लालू प्रयाद रहते हैं। यह आवास पूर्व मुख्‍यमंत्री राबड़ी देवी के नाम पर आवंटित है। सबसे रोचक बात है कि मुख्‍यमंत्री आवास एक अण्‍णे मार्ग का एक दरवाजा इसी रोड पर खुलता है। जनता दरबार के लिए आने वालों के लिए इसी दरवाजे से मुख्‍यमंत्री आवास में जाने का मौका मिलता है।

इससे आगे बढ़ते हैं तो इसी मार्ग पर मुख्‍य सचिव अंजनी कुमार सिंह का आवास भी है, जो नौकरशाही का शीर्ष पद है। इसी रोड पर विधान परिषद की पूर्व सभापति अरुण कुमार का भी आवास भी है। इसके अलावा लोकायुक्‍त से लेकर निगरानी ब्‍यूरो तक का कार्यालय भी इसी मार्ग पर है। सत्‍ता के वैधानिक संचालक से लेकर वास्‍तविक संचालक तक सभी इसी रोड पर रह रहे हैं। पटना में सचिवालय के बाद सबसे ताकतवर जगह सर्कुलर रोड ही है, जो राज्‍य के विकास की गति, दिशा और नीति तय करता है।