6 जनवरी की देर रात पटना के होटल से  डिप्टी मेयर ओंकार नाथ  उर्फ मोहन श्रीवास्तव सहित छह लोगों को पूजा और सोनी नामक दो युवतियों के साथ रंगरेलियां मनाते पकड़ा गया था उस मामले ने नया मोड़ ले लिया है.

पकड़ी गयी थीं लड़कियां( फोटो प्रशांत झा)
पकड़ी गयी थीं लड़कियां( फोटो प्रशांत झा)

विनायक विजेता

गया के डिप्टी मेयर श्रीवास्तव और अन्य को कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत मारवाड़ी अवास गृह व होटल सम्राट इंटरनेशनल से गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस ने जिस पूजा को नाबालिग करार दिया था वह पूजा चार माह में ही 22 वर्ष की बालिग युवती बन पुलिस के खिलाफ ही न्यायालय में बयान दे डाला।

 

बीते 4 अप्रैल को न्यायालय में अपने दिए बयान में पूजा ने कहा कि ‘ 5 जनवरी को वह अपना चेकअ‍ॅप कराने डा. शांति राय के यहां आयी थी। डाक्टर ने दूसरे दिन बुलाया तो वह अपने एक रिश्तेदार के घर राजाबाजार जाने लगी। वह बोरिंग रोड के पास पहुंची तो पुलिस मिली। पुलिस उसे पकड़कर थाना लायी और पीटा तथा जबरन उससे बयान कराया गया।’

 

गौरतलब है कि बीते 12 मार्च को मैंने ‘गया के डिप्टी मेयर मामले में शुरु हुआ खेल’ शीर्षक से एक समाचार लिखा था जिसमें पूजा और सोनी द्वारा कभी भी अपने बयान से पलटने की आशंका जतायी थी।

सूत्रों के अनुसार इस मामले में जेल में बंद मोहन श्रीवास्तव ने अपने एक परिचित हवलदार मो. इस्लाम व उसकी पत्नी के माध्यम से इन दोनों लड़कियों पर बयान बदलने का दबाव बनाया। सौदा दो लाख में तय हुआ पर इस्लाम ने इन दोनों को महज पचास हजार रुपए ही दिए, जिससे खफा पूजा ने मार्च महीने में बुद्धा कॉलोनी थाना में इस्लाम पर ही दुष्कर्म और वेश्यावृति के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कर दिया जिस आरोप में बिना पूरी तहकीकात किये ही इस्लाम को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

 

पटना के कोतवाली थाना में इस मामले में दर्ज प्राथमिकी (16/2014) में सूचक सह कोतवाली थाना की पुलिस अवर निरीक्षक प्रतिमा कुमारी ने पूजा और सोनी को मेडिकल जांच के आधार पर नाबालिक करार दिया था पर बीते 4 अप्रील को पूजा द्वारा कोर्ट में दिए गए बयान में खुद को आठ माह की गर्भवती महिला बताते हुए अपनी उम्र 22 वर्ष बताया है जबकि घटना के बाद पूजा की मेडिकल जांच में उसे नाबालिग बताते हुए उसके साथ दुष्कर्म की तो पुष्टि की गई थी पर उसके गर्भवती होने की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आयी थी।

इस मामले में सवाल उठता है कि या तो पुलिस की जांच रिपोर्ट सही है या फिर पूजा का दावा सही है. एक आशंका यह भी है कि कहीं मोहन श्रीवास्तव ने किसी दूसरी युवती को तो पूजा के नाम पर कोर्ट में खड़ा कर बयान तो नहीं करा दिया?

हालांकि इस पूरे मामले से पटना के एसएसपी मनु महाराज और कोतवाली के नए थाना प्रभारी आलोक कुमार भी अनभिज्ञ हैं। सूत्र बताते हैं कि कथित पूजा के बाद अब मोहन श्रीवास्तव एक और कथित पीड़िता सोनी का भी कोर्ट में बयान करवाने की तैयारी में है।

By Editor