बिहार बोर्ड के 12वीं  परीक्षा में मात्र 65 प्रतिशत छात्रों के पास होने और टापर विवाद मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार बयान दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि  कड़ाई से परीक्षा लेने के कारण छात्रों को प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा.  कला संकाय में टॉप करने वाले गणेश कुमार का रिजल्ट निलंबित कर दिया गया है.

 

 

साथ ही उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जांच में पता चला है कि गणेश ने दूसरी बार परीक्षा दी थी. इसके बाद कार्रवाई की गई है. सीएम नीतीश ने कहा कि इस बार के रिजल्ट ही बता रहे हैं कि कितनी कड़ाई से परीक्षा ली गई थी. उन्होंने कहा कि परीक्षा में धांधली या किसी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस साल जब उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना था तब शिक्षक हड़ताल पर चले गए थे. इसके बाद भी कॉपियों के मूल्यांकन में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने दी गई. मामले के प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने गणेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि बिहार के लोग ही राज्य की छवि खराब करने का काम कर रहे हैं। इस बार बिहार बोर्ड का रिजल्ट इसलिए खराब है, क्योंकि नकल और चोरी रोकी गई है. परीक्षा में कोई धांधली नहीं हुई है। परीक्षा में धांधली को पूरी तरह से खारिज करते हुए नीतीश ने कहा कि यह गलत है कि परीक्षा में धांधली हुई है। बोर्ड की परीक्षाओं में किसी भी तरह की धांधली नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि शिक्षा प्रणाली में सुधार की कोशिश लगातार जारी रहेगी। वहीं, नकल पर उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।

By Editor